facebookmetapixel
IRCTC टिकट बुकिंग में नया सिस्टम, फर्जी अकाउंट्स अब नहीं बचेंगेDelhi Weather Today: दिल्ली पर घना कोहरा, AQI 500 के करीब; GRAP स्टेज-4 की कड़ी पाबंदियां लागूElon Musk का अगला बड़ा दांव! SpaceX की IPO प्लानिंग, शेयर बिक्री से ₹800 अरब डॉलर वैल्यूएशन का संकेतUP: सांसद से प्रदेश अध्यक्ष तक, पंकज चौधरी को भाजपा की नई जिम्मेदारीइनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अलर्ट: फर्जी डोनेशन क्लेम पर टैक्सपेयर्स को मिलेगा SMS और ईमेलदिल्ली की हवा फिर बिगड़ी, AQI 450 के करीब पहुंचते ही GRAP स्टेज-4 के सभी नियम पूरे NCR में लागूकिराया सीमा के बाद भी मनमानी? 10 में 6 यात्रियों ने एयरलाइंस पर नियम तोड़ने का आरोप लगायाCorporate Actions: बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से भरपूर रहने वाला है अगला हफ्ता, निवेशकों के लिए अलर्ट मोडDividend Stocks: महारत्न PSU अपने निवेशकों को देने जा रही 50% का डिविडेंड, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेPhD वाला गरीब, 10वीं फेल करोड़पति! रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया आखिर पैसा कहां चूक जाता है

SIP खातों के ग्रोथ की रफ्तार घटी, जनवरी में डायरेक्ट प्लान में बंद हुए 10 लाख अकाउंट

जनवरी के अंत तक डायरेक्ट प्लान में एक्टिव SIP खातों की संख्या घटकर 3.92 करोड़ रह गई, जो दिसंबर 2024 में 4.01 करोड़ थी।

Last Updated- February 28, 2025 | 7:29 AM IST
SIP

जनवरी में म्युचुअल फंड (Mutual Fund) स्कीम्स के डायरेक्ट प्लान (direct plan) में एक्टिव सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) खातों की संख्या में करीब 10 लाख की कमी आई है। यह गिरावट शेयर बाजार में सुधार और निवेशक खातों की दोबारा जांच के कारण देखी गई। विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों का रुझान बदल रहा है और बाजार के सेंटीमेंट में भी बदलाव आया है। डायरेक्ट प्लान में निवेशक खुद, खासतौर पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करते हैं। दूसरी ओर, रेगुलर प्लान एजेंटों और बैंकों के माध्यम से बेचे जाते हैं, जिसमें कमीशन भी शामिल होता है।

रेगुलर की तुलना में डायरेक्ट प्लान में तेजी से बंद हुए SIP अकाउंट

जनवरी के अंत तक डायरेक्ट प्लान में एक्टिव SIP खातों की संख्या घटकर 3.92 करोड़ रह गई, जो दिसंबर 2024 में 4.01 करोड़ थी। यानी, एक महीने में इसमें 9 लाख की गिरावट आई। इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, इसके उलट रेगुलर प्लान में SIP खातों की संख्या 4 लाख बढ़कर 6.35 करोड़ हो गई। जनवरी में डायरेक्ट और रेगुलर दोनों प्लान में SIP बंद होने की संख्या बढ़ी, लेकिन यह असर डायरेक्ट प्लान में ज्यादा देखा गया।

निवेशक कर रहे पोर्टफोलियो रिव्यू

व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट के सीईओ आशीष पी. सोमैया ने कहा कि पिछले एक साल में म्युचुअल फंड स्कीम्स के एक्टिव प्लान तेजी से SIP खाते जोड़ रहे थे। लेकिन अब बाजार की स्थिति बदल रही है, जिससे कई निवेशक अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा (review) कर रहे हैं। इसी वजह से SIP अकाउंट बंद होने के मामले बढ़ रहे हैं।

Also read: ICICI Pru MF की शानदार स्कीम: ₹2000 मंथली SIP ने 25 साल में बनाया करोड़पति, एकमुश्त निवेश पर मिला 1800% रिटर्न

बाजार में गिरावट से SIP रिटर्न नेगेटिव

पिछले चार महीनों में शेयर बाजार में तेज गिरावट के कारण ज्यादातर इक्विटी स्कीम्स के एक साल के SIP रिटर्न नकारात्मक हो गए हैं। हालांकि, कुछ योजनाएं अपवाद रही हैं। म्युचुअल फंड इंडस्ट्री में पिछले एक साल के दौरान करीब 1 करोड़ नए निवेशक जुड़े हैं। ये निवेशक कुल म्युचुअल फंड निवेशकों का लगभग पांचवां हिस्सा बनाते हैं।

SIP ग्रोथ की रफ्तार घटी, डायरेक्ट प्लान में तेज गिरावट

साल 2024 की पहली छमाही में शेयर बाजार में तेजी और रिकॉर्ड संख्या में इक्विटी फंड लॉन्च होने के कारण SIP खातों की संख्या में तेज बढ़ोतरी हुई थी। पिछले साल कई महीनों तक डायरेक्ट प्लान में SIP खाते जोड़ने की रफ्तार रेगुलर प्लान की तुलना में ज्यादा रही। हालांकि, हाल के महीनों में यह ट्रेंड बदल गया है और अब डायरेक्ट प्लान में SIP खातों की संख्या घटने लगी है।

पिछले तीन महीनों से डायरेक्ट और रेगुलर दोनों तरह के SIP खातों की संख्या में गिरावट जारी है। जनवरी 2025 में SIP खातों की संख्या 5 लाख घटी, जबकि नवंबर और दिसंबर में करीब 10 लाख नए खाते जुड़े थे। इससे पहले, पिछले छह महीनों में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री ने औसतन हर महीने 24 लाख नए SIP खाते जोड़े थे।

Also read: हाइब्रिड फंड में घटती निवेशकों की रुचि, तीन महीने से जारी गिरावट

जनवरी में SIP खातों में गिरावट की एक वजह डेटा समायोजन- AMFI

एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, जनवरी में SIP खातों की संख्या में कमी का एक कारण एक्सचेंजों और रजिस्ट्रार-ट्रांसफर एजेंट्स के बीच डेटा समायोजन भी रहा। इस प्रक्रिया के तहत 25 लाख SIP खातों को हटाया गया। इस महीने की शुरुआत में एक मीडिया कॉल में AMFI ने कहा था कि निवेशकों को समय से पहले निवेश बंद करने से रोकने के लिए इंडस्ट्री निवेशक शिक्षा पर जोर देगी।

AMFI के सीईओ वेंकट एन चलासानी ने कहा, “हम निवेशकों को बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान निवेश बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूक करते रहेंगे। हमारा ध्यान अनुशासित और दीर्घकालिक निवेश पर रहेगा, जिससे संपत्ति निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।”

First Published - February 28, 2025 | 7:29 AM IST

संबंधित पोस्ट