जनवरी में म्युचुअल फंड (Mutual Fund) स्कीम्स के डायरेक्ट प्लान (direct plan) में एक्टिव सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) खातों की संख्या में करीब 10 लाख की कमी आई है। यह गिरावट शेयर बाजार में सुधार और निवेशक खातों की दोबारा जांच के कारण देखी गई। विश्लेषकों का मानना है कि निवेशकों का रुझान बदल रहा है और बाजार के सेंटीमेंट में भी बदलाव आया है। डायरेक्ट प्लान में निवेशक खुद, खासतौर पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करते हैं। दूसरी ओर, रेगुलर प्लान एजेंटों और बैंकों के माध्यम से बेचे जाते हैं, जिसमें कमीशन भी शामिल होता है।
जनवरी के अंत तक डायरेक्ट प्लान में एक्टिव SIP खातों की संख्या घटकर 3.92 करोड़ रह गई, जो दिसंबर 2024 में 4.01 करोड़ थी। यानी, एक महीने में इसमें 9 लाख की गिरावट आई। इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, इसके उलट रेगुलर प्लान में SIP खातों की संख्या 4 लाख बढ़कर 6.35 करोड़ हो गई। जनवरी में डायरेक्ट और रेगुलर दोनों प्लान में SIP बंद होने की संख्या बढ़ी, लेकिन यह असर डायरेक्ट प्लान में ज्यादा देखा गया।
व्हाइटओक कैपिटल एसेट मैनेजमेंट के सीईओ आशीष पी. सोमैया ने कहा कि पिछले एक साल में म्युचुअल फंड स्कीम्स के एक्टिव प्लान तेजी से SIP खाते जोड़ रहे थे। लेकिन अब बाजार की स्थिति बदल रही है, जिससे कई निवेशक अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा (review) कर रहे हैं। इसी वजह से SIP अकाउंट बंद होने के मामले बढ़ रहे हैं।
पिछले चार महीनों में शेयर बाजार में तेज गिरावट के कारण ज्यादातर इक्विटी स्कीम्स के एक साल के SIP रिटर्न नकारात्मक हो गए हैं। हालांकि, कुछ योजनाएं अपवाद रही हैं। म्युचुअल फंड इंडस्ट्री में पिछले एक साल के दौरान करीब 1 करोड़ नए निवेशक जुड़े हैं। ये निवेशक कुल म्युचुअल फंड निवेशकों का लगभग पांचवां हिस्सा बनाते हैं।
साल 2024 की पहली छमाही में शेयर बाजार में तेजी और रिकॉर्ड संख्या में इक्विटी फंड लॉन्च होने के कारण SIP खातों की संख्या में तेज बढ़ोतरी हुई थी। पिछले साल कई महीनों तक डायरेक्ट प्लान में SIP खाते जोड़ने की रफ्तार रेगुलर प्लान की तुलना में ज्यादा रही। हालांकि, हाल के महीनों में यह ट्रेंड बदल गया है और अब डायरेक्ट प्लान में SIP खातों की संख्या घटने लगी है।
पिछले तीन महीनों से डायरेक्ट और रेगुलर दोनों तरह के SIP खातों की संख्या में गिरावट जारी है। जनवरी 2025 में SIP खातों की संख्या 5 लाख घटी, जबकि नवंबर और दिसंबर में करीब 10 लाख नए खाते जुड़े थे। इससे पहले, पिछले छह महीनों में म्युचुअल फंड इंडस्ट्री ने औसतन हर महीने 24 लाख नए SIP खाते जोड़े थे।
Also read: हाइब्रिड फंड में घटती निवेशकों की रुचि, तीन महीने से जारी गिरावट
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, जनवरी में SIP खातों की संख्या में कमी का एक कारण एक्सचेंजों और रजिस्ट्रार-ट्रांसफर एजेंट्स के बीच डेटा समायोजन भी रहा। इस प्रक्रिया के तहत 25 लाख SIP खातों को हटाया गया। इस महीने की शुरुआत में एक मीडिया कॉल में AMFI ने कहा था कि निवेशकों को समय से पहले निवेश बंद करने से रोकने के लिए इंडस्ट्री निवेशक शिक्षा पर जोर देगी।
AMFI के सीईओ वेंकट एन चलासानी ने कहा, “हम निवेशकों को बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान निवेश बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूक करते रहेंगे। हमारा ध्यान अनुशासित और दीर्घकालिक निवेश पर रहेगा, जिससे संपत्ति निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।”