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Mutual Fund NFO: भारतीय कैपिटल मार्केट में पैसिव इन्वेस्टमेंट के बढ़ते ट्रेंड के बीच एसेट मैनेजमेंट कंपनी कोटक म्युचुअल फंड ने कोटक निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF लॉन्च किया है। इस फंड का न्यू फंड ऑफर 18 दिसंबर 2025 से खुलेगा और 1 जनवरी 2026 को बंद होगा। यह ओपन एंडेड फंड पैसिव ETF निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है और संभावित ब्लू चिप कंपनियों में निवेश का मौका देता है।
म्युचुअल फंड हाउस के मुताबिक, कोटक निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF के न्यू फंड ऑफर निवेशक केवल 5000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इस फंड की बड़ी खासियत एक ही निवेश के जरिए कई हाई पोटेंशियल कंपनियों में एक्सपोजर मिलना है। यह फंड उन रिटेल निवेशकों को आकर्षित कर सकती है, जो सीमित पूंजी के साथ मजबूत और डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं।
कोटक महिंद्रा AMC के मैनेजिंग डायरेक्टर निलेश शाह ने कहा कि यह ETF उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो भारत के संभावित भविष्य के मार्केट लीडर्स में निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स ने 3, 5, 10 और 20 साल की अवधि में निफ्टी 50 TRI की तुलना में बेहतर रिटर्न देने का ट्रैक रिकॉर्ड दिखाया है। इस ETF का फोकस ट्रैकिंग एरर को न्यूनतम रखने पर रहेगा, ताकि निवेशकों को इंडेक्स की परफॉर्मेंस का पूरा फायदा मिल सके।
कोटक निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF एक ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है, जो निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स को ट्रैक और रिप्लिकेट करेगा। यह इंडेक्स निफ्टी 100 में शामिल उन 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, जो फिलहाल निफ्टी 50 का हिस्सा नहीं हैं. इन कंपनियों को भविष्य के संभावित मार्केट लीडर्स के तौर पर देखा जाता है.
यह ETF पूरी तरह पैसिवली मैनेज्ड होगा। इसमें किसी एक्टिव स्टॉक सिलेक्शन या मार्केट टाइमिंग का जोखिम नहीं रहेगा। फंड का मकसद निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स की परफॉर्मेंस को जहां तक संभव हो सटीक रूप से दर्शाना है। इंडेक्स का सेक्टर वाइज स्ट्रक्चर इसे अच्छी तरह डाइवर्सिफाइड बनाता है, जिससे किसी एक सेक्टर या कंपनी पर अधिक निर्भरता का जोखिम कम हो जाता है। यह फीचर इसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बनाता है।
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म्युचुअल फंड के अनुसार, निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स का मौजूदा पीई मल्टीपल 21.8 है, जो इसके 10 साल के ऐतिहासिक एवरेज 29.9 से कम है। इसका मतलब है कि इंडेक्स फिलहाल डिस्काउंट वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। ऐसे में यह निवेशकों के लिए एक सही एंट्री पॉइंट माना जा रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो भारत की ग्रोथ स्टोरी में लॉन्ग टर्म हिस्सेदारी चाहते हैं। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि स्कीम का इन्वेस्टमेंट लक्ष्य हासिल हो जाएगा।
डिस्क्लेमर: बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है।
यहां एनएफओ की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।