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अगस्त में इन 8 म्युचुअल फंड्स में जमकर बरसा पैसा, हर स्कीम का AUM ₹500 करोड़ से ज्यादा बढ़ा

इन आठ फंड्स में आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, बंधन, कोटक, निप्पॉन और पराग पारिख जैसे फंड हाउसों की स्कीम्स शामिल हैं।  

Last Updated- September 17, 2025 | 4:21 PM IST
Mutual Fund

जुलाई में रिकॉर्ड निवेश हासिल करने के बाद भले ही अगस्त में इक्विटी म्युचुअल फंड में इनफ्लो 22% घटकर 33,430 करोड़ रुपये रह गया। लेकिन इस दौरान, आठ इक्विटी म्युचुअल फंड्स में जमकर पैसा बरसा। इन आठ इक्विटी म्युचुअल फंड्स के डायरेक्ट प्लान में से हर एक स्कीम को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश (Net Inflow) मिला। यानी इन फंड्स की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज हुई। यह इन फंड्स पर निवेशकों के मजबूत भरोसे का संकेत है।

अगस्त में सबसे ज्यादा बढ़ने वाले 8 फंड्स

वैल्यू रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में आठ ऐक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी फंड्स के डायरेक्ट प्लान्स की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली। इन आठ फंड्स में आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, बंधन, कोटक, निप्पॉन और पराग पारिख जैसे फंड हाउसों की स्कीम्स शामिल हैं।

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Fund AUM on Aug 1 (Rs crore) AUM on Aug 31 (Rs crore) Growth (Rs crore)
ICICI Prudential Value Fund 53,178 53,740 562
Bandhan Small Cap Fund 13,920 14,513 593
ICICI Prudential Large & Mid Cap Fund 23,008 23,680 672
HDFC Focused Fund 21,357 22,370 1,013
Kotak Flexicap Fund 52,600 53,631 1,031
Nippon India Large Cap Fund 43,887 44,968 1,081
HDFC Flexi Cap Fund 80,193 82,675 2,482
Parag Parikh Flexi Cap Fund 1,12,351 1,15,037 2,686

स्त्रोत: वैल्यू रिसर्च

फ्लेक्सी-कैप फंड्स निवेशकों की पहली पसंद

इक्विटी मार्केट में बढ़ती उथल-पुथल के बीच फ्लेक्सी-कैप फंड्स निवेशकों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं। पिछले महीने में दो फ्लेक्सी-कैप फंड (Parag Parikh Flexi Cap और HDFC Flexi Cap Fund) ने अकेले एक महीने में लगभग 5,000 करोड़ रुपये जोड़े। इससे साफ संकेत मिलता है कि निवेशक डाइवर्सिफाइड फंड्स को पसंद कर रहे है, जहां फंड मैनेजर्स को लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में अपनी पसंद के स्टॉक्स चुनने की पूरी आजादी होती है। इक्विटी कैटेगरी में, अगस्त में फ्लेक्सी कैप फंड्स में सबसे ज्यादा निवेश आया था। निवेशकों ने इन फंड्स में 7,679 करोड़ रुपये का निवेश किया था।

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वैल्यू और स्मॉल-कैप फंड्स में अभी भी चमक

आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू फंड में पिछले महीने 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आया। यह दिखाता है कि वैल्यू-ओरिएंटेड स्ट्रैटेजी अब भी निवेशकों को लुभा रही हैं।

अगस्त में, बंधन स्मॉल कैप फंड के एसेट अंडर मैनेजमेंट में 593 करोड़ रुपये का उछाल भी उल्लेखनीय है। खासकर ऐसे महीने में जब इस कैटेगरी में निवेश धीमा पड़ गया था। अगस्त में, स्मॉल-कैप फंड्स में 4,993 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया था, जबकि जुलाई में यह 6,484 करोड़ रुपये था।

मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड की अहमियत

इस लिस्ट में शामिल कई फंड्स नए नहीं हैं। इनमें से ज्यादातर फंड्स का लॉन्ग टर्म में बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। वैल्यू रिसर्च ने एक नोट में कहा, “निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड अपने कैटेगरी में 10 साल के रिटर्न में सबसे आगे है और 5 साल के प्रदर्शन में दूसरे नंबर पर है। पराग पारिख फ्लेक्सी कैप और एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड्स ने भी लगातार 5 और 10 साल की अवधि में टॉप रैंकिंग बनाए रखी है।”

हालांकि, कुछ अपवाद भी हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू फंड 10 साल के प्रदर्शन में अपनी कैटेगरी में काफी पीछे है। हालांकि इसने जोरदार वापसी करते हुए 5 साल में पांचवां स्थान हासिल किया है। कोटक फ्लेक्सी कैप फंड, अपने AUM ग्रोथ के बावजूद, 5 और 10 साल दोनों ही अवधियों में औसत प्रदर्शन करने वालों में ही शामिल है।

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निवेशकों को क्या करना चाहिए?

बढ़ता हुआ AUM आम तौर पर निवेशकों के भरोसे और ज्यादातर मामलों में अच्छे पिछले प्रदर्शन को दर्शाता है। लेकिन सिर्फ AUM के आधार पर निवेश का फैसला नहीं करना चाहिए। निवेशकों को फंड्स की 3, 5, और 10 साल की परफॉर्मेंस, पोर्टफोलियो की क्वालिटी, एक्सपेंस रेशियो और फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड आदि को भी ध्यान में रखना चाहिए।

First Published - September 17, 2025 | 4:15 PM IST

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