Mutual Funds Portfolio: अगस्त महीने में म्युचुअल फंड्स की सेक्टोरल और स्टॉक एलोकेशन में बदलाव देखने को मिला। मासिक आधार पर, ऑटोमोबाइल्स, टेक्नॉलॉजी, कंज्यूमर, टेलीकॉम, रिटेल और मीडिया सेक्टर्स में निवेश बढ़ा है। वहीं, प्राइवेट बैंक, हेल्थकेयर, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस, केमिकल्स और रियल एस्टेट सेक्टर्स में फंड हाउसों ने अपना निवेश घटाया है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने अपनी लेटेस्ट फंड फोलियो – इंडियन म्युचुअल फंड ट्रैकर रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, फंड हाउसों के पोर्टफोलियो में ऑटोमोबाइल सेक्टर की हिस्सेदारी लगातार दूसरे महीने बढ़ी है। अगस्त 2025 में यह बढ़कर 8.5% हो गया, जो पिछले 10 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है। मासिक आधार पर 0.50% की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि पिछले साल इसी महीने की तुलना में यह थोड़ा (10bp) घटा है।
टेक्नोलॉजी सेक्टर का वजन अगस्त 2025 में थोड़ा बढ़कर 7.9% हो गया। जुलाई 2025 में यह 14 महीने के निचले स्तर 7.8% पर था। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले अभी भी इसमें 130bp की गिरावट है।
अगस्त में प्राइवेट बैंकों की हिस्सेदारी 50bp घटकर 17.5% पर आ गया, जो पिछले सात महीनों का सबसे निचला स्तर है। हालांकि, पिछले साल की तुलना में यह अब भी 160bp% ज्यादा है।
हेल्थकेयर का वजन जुलाई 2025 में सात महीने के हाई पर पहुंचा था, लेकिन अगस्त 2025 में 20bp घटकर 7.6% पर आ गया। फिर भी, यह पिछले साल की तुलना में 20bp ज्यादा है।
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MOFSL ने एक नोट में कहा, “बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद म्युचुअल फंड्स का घरेलू निवेश मजबूत बना हुआ है। लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप सभी सेगमेंट्स में खरीदारी जारी है।”
वैल्यू के लिहाज से ऑटोमोबाइल, मीडिया, रिटेल, पीएसयू बैंक और टेक्नोलॉजी में मासिक आधार पर (MoM) सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली।
इन सेक्टर्स में म्युचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बीएसई 200 के मुकाबले कम से कम 1% ज्यादा है:
इन सेक्टर्स में म्युचुअल फंड्स की हिस्सेदारी बीएसई 200 के मुकाबले कम से कम 1% कम है: