भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने देश में कमजोर पहुंच वाले वर्ग के बीच म्युचुअल फंडों की पैठ बढ़ाने के लिए 250 रुपये के छोटे आकार के एसआईपी का प्रस्ताव किया है। हालांकि कई परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां (एएमसी) पहले से ही छोटे आकार के एसआईपी की पेशकश कर रही हैं। लेकिन बाजार नियामक का मानना है कि एसआईपी के छोटे आकार में पेश किए जाने से पूरे उद्योग को वित्तीय समावेशन में भाग लेने में मदद मिलेगी। बाजार नियामक ने बुधवार को जारी परामर्श पत्र में छोटे एसआईपी के लागत पहलू को स्पष्ट किए जाने का सुझाव दिया।
प्रस्ताव के तहत सेबी ने कहा कि एएमसी छोटे एसआईपी के मामले में भरपाई के स्तर तक पहुंचने के लिए निवेशक शिक्षा और जागरूकता कोष का उपयोग कर सकेंगी। मध्यस्थ ऐसे एसआईपी के लिए कम दर वसूलेंगे। नियामक ने इन प्रस्तावों पर 6 फरवरी तक सुझाव मांगे हैं।
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