Top 10 Arbitrage funds: शेयर बाजार में फिलहाल जबरदस्त उठापटक (volatility) देखने को मिल रही है। इस उठापटक के बीच निवेशको में घबराहट का माहौल है। पिछले सप्ताह (10 फरवरी-14 फरवरी) प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) दोनों में लगभग 2.5% की गिरावट आई। यह 2025 में अब तक की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। वहीं, BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप (MCap) शुक्रवार, 14 फरवरी को लगातार बिकवाली के बीच कुछ समय के लिए 400 लाख करोड़ रुपये से नीचे पहुंच गया। हालांकि आखिर में यह थोड़ा सुधरकर 400.2 लाख करोड़ रुपये पर रहा जो 6 जून के बाद का सबसे निचला स्तर है। घरेलू शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद आर्बिट्राज फंडों (Arbitrage funds) ने पिछले एक साल में सरकारी बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट यानी Banks FD की तुलना में ज्यादा रिटर्न दिया है। AMFI के आंकड़े बताते है कि इन फंडों ने एक साल में सात फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। इसी अवधि में ज्यादातर सरकारी बैंकों के एफडी पर सात फीसदी से कम ब्याज मिला है।
शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच बीते 1 साल के रिटर्न के आधार पर देखें तो आर्बिट्राज फंडों का प्रदर्शन सरकारी बैंकों के एफडी से बेहतर रहा है।एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक साल में टॉप-10 आर्बिट्राज फंडों ने निवेशकों को लगभग 7 से 8 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। जबकि इसी अवधि में ज्यादातर सरकारी बैंकों के एफडी पर सात फीसदी से कम ब्याज मिला है। एक साल की FD पर मिल रहे ब्याज की यह लिस्ट पैसा बाजार ने तैयार की है। इसके मुताबिक, SBI, PNB, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया एक साल की FD पर 6.8% का ब्याज ऑफर कर रहे हैं।
टॉप-10 आर्बिट्राज फंडों की बात करें तो Kotak Equity Arbitrage Fund ने बीते एक साल में निवेशकों को सबसे ज्यादा 7.59% का रिटर्न दिया है। वहीं, Union Arbitrage Fund ने सबसे कम 7.32% का रिटर्न दिया है। टॉप-10 आर्बिट्राज फंडों की लिस्ट कुछ इस प्रकार है…
S.NO | Arbitrage Fund Name | 1 Year Return in % |
1 | Kotak Equity Arbitrage Fund | 7.59 |
2 | UTI Arbitrage Fund | 7.50 |
3 | HDFC Arbitrage Fund | 7.47 |
4 | Invesco India Arbitrage Fund | 7.44 |
5 | ICICI Prudential Equity Arbitrage Fund | 7.43 |
6 | Edelweiss Arbitrage Fund | 7.40 |
7 | SBI Arbitrage Opportunities Fund | 7.37 |
8 | Bandhan Arbitrage Fund | 7.35 |
9 | Axis Arbitrage Fund | 7.34 |
10 | Union Arbitrage Fund | 7.32 |
स्त्रोत: AMFI (14, जनवरी 2025 के NAV के आधार पर)
आनंद राठी वेल्थ लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और यूनिट हेड अमिताभ लारा ने कहा, “आर्बिट्राज फंड एक खास तरह का हाइब्रिड म्युचुअल फंड है, जो बाजार में कीमतों के अंतर से मुनाफा कमाता है। यह फंड तब निवेश करता है जब एक ही शेयर की कीमत अलग-अलग एक्सचेंजों या स्पॉट और फ्यूचर्स मार्केट में अलग होती है। इन फंड्स का प्रदर्शन बाजार में मिलने वाले अवसरों, फंड मैनेजर की रणनीति और मौजूदा बाजार स्थिति पर निर्भर करता है। यह खासतौर पर उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प है, जो ऊंचे टैक्स स्लैब में आते हैं और डेट फंड्स का विकल्प चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर आप 3 महीने से 1 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो अर्बिट्राज फंड्स आपको टैक्स के बाद भी स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। जनवरी 2025 में इनका औसत रिटर्न (YTM) 6.9% रहा, और पिछले 6 महीनों में यह 7.1% से 6.8% के बीच रहा है।
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बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह आर्बिट्राज फंड पर दांव लगाकर इस वोलैटिलिटी का इस्तेमाल रिटर्न जनरेट करने के लिए कर सकते है। ये फंड हाइब्रिड म्युचुअल फंड कैटेगरी के तहत आते हैं।
Moneyfront के सीईओ और एमडी मोहित गांग कहते हैं कि आर्बिट्राज फंड ऐसे फंड होते हैं जो रिटर्न के मामले में डेट फंड (जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट या बॉन्ड) की तरह होते हैं, लेकिन टैक्स के मामले में इक्विटी फंड की तरह माने जाते हैं। इसका मतलब है कि ये सुरक्षित निवेश के साथ टैक्स बचाने में भी मदद करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने पैसे को कुछ समय के लिए बिना किसी जोखिम के निवेश करना चाहता है, तो आर्बिट्राज फंड एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं। ये पूरी तरह से हेज्ड होते हैं, यानी बाजार में उतार-चढ़ाव होने पर भी इनमें जोखिम नहीं होता। इसलिए, मौजूदा अस्थिर माहौल में यह एक सुरक्षित और टैक्स-फ्रेंडली निवेश है।
आर्बिट्राज फंड इक्विटी म्युचुअल फंड की कैटेगरी में आते हैं, इसलिए इन पर इक्विटी फंड की तरह ही टैक्स लगता है। इन फंड्स में ग्रोथ और डिविडेंड दो ऑप्शन होते हैं, जिन पर अलग-अलग टैक्स नियम लागू होते हैं।
अगर एक साल से पहले रिडीम करते हैं, तो इसे शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन माना जाएगा और 20% (प्लस 4% सेस) टैक्स देना होगा। अगर एक साल के बाद रिडीम करते हैं, तो इसे लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन माना जाएगा। इसमें सालाना 1.25 लाख रुपये तक के कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। 1.25 लाख रुपये से ज्यादा के गेन पर 12.5% (प्लस 4% सेस) टैक्स देना होगा।
आर्बिट्राज फंड से मिलने वाला डिविडेंड निवेशक की इनकम में जुड़ जाता है। इस पर टैक्स निवेशक के टैक्स स्लैब के अनुसार देना होता है।
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टैक्स-एडजस्टेड रिटर्न की पेशकश करने वाले आर्बिट्राज फंड टैक्स-सेवी निवेशकों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन गए हैं। इस बढ़ते इंटरेस्ट ने कैटेगरी के एसेट अंडर मैनेजमेंट को 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है, जो अप्रैल 2023 से लगभग तीन गुना है। दिसंबर 2024 AMFI रिपोर्ट के अनुसार, कैटेगरी में कुल 5.73 लाख इन्वेस्टर फोलियो के साथ 31 आर्बिट्राज स्कीम हैं।
इस ग्रोथ को स्टॉक फ्यूचर्स में ओपन इंटरेस्ट में बढ़ोतरी और आर्बिट्राज फंड के टैक्स बेनेफिट से सपोर्ट मिला है। FII की लगातार इक्विटी की बिकवाली ने कैश और फ्यूचर मार्केट के बीच अंतर को भी बढ़ा दिया है, जिससे आर्बिट्राज फंड के लिए अधिक अवसर पैदा हुए हैं।
(डिस्कलेमर: यहां Arbitrage funds के परफॉर्मेंस की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)