जून में भारतीय शेयर बाजार के म्यूचुअल फंडों में निवेश 17% बढ़कर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। आंकड़ों के अनुसार, जून में इन म्यूचुअल फंडों में कुल ₹40,608 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। यह लगभग 5 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है। गौर करने वाली बात यह है कि फरवरी 2021 से भारतीय निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में कुल मिलाकर ₹5.99 ट्रिलियन रुपये का निवेश किया है, जो इसी अवधि में विदेशी निवेश से कहीं अधिक है। विदेशी निवेशकों ने इस दौरान केवल ₹33,361 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
पिछले 40 महीनों में निरंतर म्यूचुअल फंड निवेश, कंपनियों के लगातार बढ़ते मुनाफे और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के चलते भारत का प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक निफ्टी 50 लगभग 65% बढ़ गया है। म्यूचुअल फंडों द्वारा बड़ी कंपनियों में निवेश 46% बढ़कर तीन महीने के उच्च स्तर 970 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। स्थिर सरकारी नीतियों और मजबूत अर्थव्यवस्था की वजह से इस निवेश में तेजी आई है। वहीं, जून में छोटी और मझोली कंपनियों में निवेश क्रमश: 16% और 3% घटकर 2,263 करोड़ रुपये और 2,528 करोड़ रुपये रहा।
बड़ी कंपनियों में निवेश का रुझान
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट के चीफ इन्वेस्टमेंट अफसर और प्रेसिडेंट हर्ष उपाध्याय ने कहा, “पिछले दो सालों में निवेशकों ने ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अपने म्यूचुअल फंडों को बड़ी कंपनियों से निकालकर छोटी और मझोली कंपनियों में लगा दिया था।”
हर्ष उपाध्याय ने आगे कहा कि हालांकि, छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों का मूल्यांकन (valuation) बड़ी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा बढ़ गया है। इस वजह से अब निवेशक अपने जोखिम को कम करने के लिए अपने निवेश को बड़ी और कई कंपनियों में फैला रहे हैं। ऐसे फंड्स को मल्टी-कैप या डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स कहते हैं। जून में इस तरह के फंड्स में रिकॉर्ड 27 महीने में सबसे ज्यादा ₹4,709 करोड़ का निवेश आया।
सेक्टॉरल और थीमैटिक फंडों में बढ़ता निवेश
सेक्टॉरल या थीमैटिक फंडों में लगातार दूसरे महीने सबसे ज्यादा निवेश आया है। इन फंडों में जून में ₹22,352 करोड़ का निवेश हुआ है। बता दें कि सेक्टॉरल फंड किसी खास क्षेत्र की कंपनियों में निवेश करते हैं, वहीं थीमैटिक फंड किसी खास विषय या ट्रेंड पर आधारित होते हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि जून में भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांकों निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स में करीब 7% की तेजी आई। यह इस साल का अब तक का सबसे अच्छा महीना रहा। वहीं, इसी दौरान छोटी कंपनियों वाले निफ्टी स्मॉल कैप और बीएसई स्मॉल कैप क्रमश: 9.7% और 7.8% बढ़े।
SIP में जमा किया जाने वाला पैसा भी जून में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। जून में SIP के जरिए ₹21,262 करोड़ का निवेश हुआ, जो लगातार 12वें महीने नई ऊंचाई है।