सूचीबद्धता की तैयारी कर रही फिनटेक फर्म मोबिक्विक ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम का आकार 2021 की योजना के मुकाबले इस साल घटा दिया। इसकी वजह ज्यादा परिचालन राजस्व और वित्त वर्ष 24 में सकारात्मक एबिटा की ओर बढ़ना है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गुरुग्राम की कंपनी ने जनवरी में विवरणिका का मसौदा (डीआरएचपी) दोबारा जमा कराया था। तब उसने आईपीओ के जरिये 700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना का खुलासा किया था। यह साल 2021 में 1,900 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य से काफी कम है। तब कंपनी ने बाजार के कमजोर हालात का हवाला देते हुए इसे टाल दिया था।
कंपनी की सह-संस्थापक और मुख्य वित्तीय अधिकारी उपासना टाकू ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि वित्त वर्ष 2024 में हमारा राजस्व 890 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो मोटे तौर पर करीब 1,000 करोड़ रुपये है। यहां से राजस्व उछलकर 5,000 करोड़ रुपये पर नहीं पहुंचने जा रहा। उसे इसके बजाय 5 गुना वृद्धि की दरकार होगी। हमें यहां तक पहुंचने में कम नकदी की दरकार है।
वित्त वर्ष 21 में कंपनी का परिचालन राजस्व 288.5 करोड़ रुपये था और उसका नुकसान 111.3 करोड़ रुपये रहा था। यह जानकारी जनवरी में जमा कराए गए डीआरएचपी से मिली। इसकी तुलना में फिनटेक फर्म ने वित्त वर्ष 24 में 890.32 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व और 14.08 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया। आईपीओ आकार घटाने के पीछे उनका औचित्य साल 2024 का वास्तविक बाजार है जबकि साल 2021 में बुलबुले वाले मूल्यांकन का बाजार था।
उन्होंने कहा कि साल 2021 बुलबुले वाले मूल्यांकन के हद तक सुपर बुल मार्केट था और तब काफी बढ़े हुए मूल्यांकन थे। हम साल के अंत में आए और उस फिनटेक कंपनी से पीछे रहे जिसका शेयर सूचीबद्धता पर टूट गया। साल 2024 बेहतर वक्त है क्योंकि यह वास्तविक बाजार है जो वृद्धि और लाभ को देख रहा है।
पेटीएम ब्रांड का परिचालन करने वाली वन97 कम्युनिकेशंस ने साल 2021 में एक्सचेंजों पर अपने इश्यू प्राइस 2,150 रुपये से 9 फीसदी की गिरावट के साथ आगाज किया था।
जुटाई जाने वाली रकम 700 करोड़ रुपये में से 250 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मोबिक्विक वित्तीय सेवा कारोबार में निवेश पर करेगी जबकि वित्तीय और भुगतान सेवा कारोबार पर 135 करोड़ रुपये, डेटा, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग्स पर 135 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
साथ ही कंपनी अपने पेमेंट डिवाइसेज बिजनेस और सामान्य कंपनी कामकाज पर करीब 70 करोड़ रुपये इस्तेमाल करेगी। टाकू ने संकेत दिया कि पेमेंट्स से कंपनी का राजस्व बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि वित्तीय सेवा और पेमेंट्स वित्त वर्ष 24 में क्रमशः 55-60 फीसदी और 40-45 फीसदी था। इस साल इसकी हिस्सेदारी थोड़ी बढ़ रही है क्योंकि पेमेंट्स में तेजी से वृद्धि हो रही है।