मारुति सुजूकी इंडिया का शेयर गुरुवार को दिन के कारोबार में बीएसई पर 13,675 रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया। जून तिमाही में दमदार नतीजे पेश किए जाने के बाद कंपनी का शेयर दिन के कारोबार में 4 प्रतिशत चढ़ गया। हालांकि, बढ़त गंवाते हुए आखिर में यह 1.4 प्रतिशत की तेजी के साथ 13,349 रुपये पर बंद हुआ।
बाजार अनुमान को पीछे छोड़ते हुए भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति का समेकित शुद्ध लाभ पहली तिमाही में सालाना आधार पर 46.9 प्रतिशत बढ़कर 3,649.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी के मुनाफे को मुख्य तौर पर लागत कटौती, अनुकूल जिंस कीमतों और विदेशी मुद्रा के लिहाज से स्थिति फायदेमंद रहने से मदद मिली।
जून तिमाही की बिक्री 5.22 लाख यूनिट रही, जो एक साल पहले के मुकाबले 4.8 प्रतिशत तक अधिक है। हालांकि तिमाही आधार पर यह 10.6 प्रतिशत कम रही। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में शुद्ध बिक्री सालाना आधार पर 9.8 प्रतिशत बढ़कर 33,875 करोड़ रुपये रही।
तिमाही के लिए एबिटा मार्जिन 12.7 प्रतिशत रहा, जो तिमाही आधार पर 42 आधार अंक अधिक है। कंपनी के प्रबंधन ने कहा कि मार्जिन भविष्य में समान स्तरों पर बने रहने की संभावना है।
नोमुरा ने मारुति के लिए अपना बिक्री वृद्धि अनुमान वित्त वर्ष 2025-27 के लिए घटाकर 4 प्रतिशत/7 प्रतिशत/5 प्रतिशत कर दिया है। यह 1 से 2 प्रतिशत के बीच कम है।
ब्रोकरेज ने इस शेयर पर तटस्थ रेटिंग दी है। उसका कहना है, ‘प्रतिस्पर्धा के साथ नई पेशकशों को देखते हुए मारुति सुजूकी इंडिया का बाजार भागीदारी वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान चुनौतीपूर्ण रहेगी और उसे वृद्धि पर जोर दिए जाने की जरूरत है।’
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) का मानना है कि मारुति सुजूकी इंडिया वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान उद्योग के मुकाबले लगातार बेहतर वृद्धि दर्ज करेगी। हालांकि उत्पादन लागत लाभ का बड़ा हिस्सा समाप्त होने का अनुमान है, लेकिन ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि एमएसआईएल वित्त वर्ष 2025 में 90 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 12.5 प्रतिशत मार्जिन वृद्धि दर्ज करेगी। इसमें बेहतर मिश्रण का बड़ा योगदान रहेगा।