वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेटर्स सर्विस द्वारा भारत की रेटिंग घटाए जाने का निवेशकों की धारणा पर कोई असर नहीं पड़ा और बेंचमार्क सूचकांकों में अच्छी बढ़त देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार पांचवें दिन तेजी रही और दोनों सूचकांक 1.6 फीसदी बढ़त पर बंद हुए।
शेयर बाजार के साथ-साथ बॉन्ड और मुद्रा बाजार भी रेटिंग घटाए जाने से बेफ्रिक नजर आए। 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड का प्रतिफल दो आधार अंक कम होकर 5.76 फीसदी पर बंद हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया भी 19 पैसे मजबूत होगी 75.36 पर बंद हुआ। सोमवार को बाजार बंद होने के बाद मूडीज ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दी थी और परिदृश्य भी नकारात्मक
रखा था।
विशेषज्ञों ने कहा कि मूडीज के कदम तथा अन्य एजेंसियों के संभावित कदमों के प्रति बाजार संवेदनशील बना हुआ है। हालांकि वैश्विक बाजारों में सकारात्मक संकेत और लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था के खुलने और सरकार द्वारा जल्द ही देश के उच्च वृद्धि दायरे में आने का भरोसा जताए जाने से निवेशकों का मनोबल बढ़ा है। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘मूडीज द्वारा रेटिंग घटाए जाने के कदम पर अर्थव्यवस्था के खुलने की उम्मीद भारी पड़ी। सरकार ने अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए सुधार जारी रखने की भी प्रतिबद्घता दोहराई है। इसका भी बाजार पर असर पड़ा है।’
सेंसेक्स 522 अंक चढ़कर 33,825 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 153 अंक की बढ़त के साथ 9,979 पर बंद हुआ। पिछले 10 कारोबारी दिनों में दोनों सूचकांकों में करीब 13 फीसदी की तेजी आई है। पांच दिन की लगातार तेजी नवंबर के बाद पहली बार देखी गई। सेंसेक्स और निफ्टी 23 मार्च के अपने निचले स्तर पर 30 फीसदी चढ़ चुका है। हालांकि दोनों सूचकांक अभी भी 17 जनवरी के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से 20 फीसदी नीचे है।
कोटक सिक्योरिटीज में इक्विटी तकनीकी शोध के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘आज की तेजी मुख्य रूप से प्रधानमंत्री के उद्योगों को संबोधित करने और सुधार जारी रखने की प्रतिबद्घता की वजह से आई है।’ दुनिया भर में अर्थव्यवस्था के खुलने से अधिकांश वैश्विक बाजार में तेजी देखी गई। ज्यादातर एशियाई बाजारों में एक फीसदी से ज्यादा तेेजी दर्ज की गई। कुछ यूरोपीय बाजार सोमवार को 2 फीसदी चढ़े थे।