अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी के चलते घरेलू बाजार भी मंगलवार को गिरावट लेकर बंद हुए।
हालांकि आखिरी घंटे में आए तेज सुधार के बावजूद बाजार पूरी तरह नहीं उबरा। तेल, मेटल, आईटी, बैंकिंग और ऑटो सेक्टरों के शेयर भारी दबाव में रहे।
हालांकि सीमेन्ट, टेलिकॉम, पावर, एफएमसीजी, कैपिटल गुड्स और रियालिटी सेक्टरों में खरीदारी दिखी।
सुबह सेंसेक्स 304 अंकों की भारी कमजोरी के साथ 8536 अंकों पर खुला था लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी बनी रहने से यह और 373 अंक गिरकर 8467 अंकों पर आ गया।
दिन के ज्यादातर समय इसमें ज्यादा हलचल नहीं रही और इसमें कमजोरी बनी रही लेकिन कारोबार के आखिरी दो घंटों में बाजार तेजी से सुधरा और एक समय यह चढ़कर 8785 पर पहुंच गया ।
हालांकि तब भी यह 55 अंक कमजोर था। ज्यादा सुधार रियालिटी, एफएमसीजी के शेयरों में रहा और कारोबार खत्म होने के समय सेंसेक्स केवल 101 अंकों की गिरावट लेकर 8739 अंकों पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 25 अंक की कमजोरी लेकर 2658 अंकों पर बंद हुआ।
सेक्टरों में रियालिटी 2 फीसदी चढ़कर 1509 पर रहा जबकि एफएमसीजी 1 फीसदी की मजबूती लेकर 1904 पर रहा, उधर ऑटो सेक्टर 3 फीसदी कमजोर पड़ा और तेल सेक्टर में ढाई फीसदी की कमजोरी देखी गई। कुल 2154 शेयरों में कारोबार हुआ, इसमें से 1293 गिरे, 803 चढ़े और बाकी में कोई बदलाव नहीं रहा।
सेंसेक्स के चढ़ने वाले शेयरों की बात करें तो रिलायंस इंफ्रा. 5.5 फीसदी की मजबूती के साथ 493 रुपए पर रहा। भारती एयरटेल 3 फीसदी चढ़कर 671 पर और जयप्रकाश एसोसिएट्स 2.8 फीसदी की तेजी लेकर 58 रुपए पर रहा।
इसके अलावा एनटीपीसी और आईटीसी ढाई-ढाई फीसदी की तेजी रही और यह क्रमश: 160 और 170 रुपए पर रहे।
डीएलएफ 2 फीसदी बढ़कर 182 पर, रैनबैक्सी 1.8 फीसदी चढ़कर 202 पर, हिंडाल्को और एसीसी 1-1 फीसदी की मजबूती के साथ 52 और 405 रुपए पर बंद हुए।
गिरने वालों में एम ऐंड एम 8 फीसदी फिसलकर 250 रुपए पर आया जबकि मारुति और टीसीएस 5-5 फीसदी कमजोर होकर क्रमश: 460 और 535 रुपए पर बंद हुए।
एल ऐंड टी में 3.5 फीसदी की कमजोरी आई और स्टरलाइट, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी 3.3-3.3 फीसदी की गिरावट के साथ क्रमश: 231, 128 और 1391 रुपए पर बंद हुए।
टाटा स्टील और रिलायंस 3-3 फीसदी फिसलकर 149 और 1075 रुपए पर रहे। इनके अलावा ओएनजीसी 2.6 फीसदी, रिलायंस कम्यु. 2 फीसदी और एचडीएफसी और स्टेट बैंक डेढ़-डेढ़ फीसदी की कमजोरी लेकर बंद हुए।
टर्नओवर की बात करें तो रिलायंस में सबसे ज्यादा 256 करोड़ का कारोबार हुआ, इसके बाद स्टेट बैंक में 171 करोड़, रिलायंस इंफ्रा. में 159 करोड़, एडुकॉम्प में 123 करोड़ और एल ऐंड टी में 114 करोड़ का कारोबार हुआ।