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महाराष्ट्र में लॉकडाउन से बाजार में ब्रेकडाउन

Last Updated- December 12, 2022 | 6:16 AM IST

महाराष्ट्र में सप्ताहांत पर लॉकडाउन और नई पाबंदियां लगने का सदमा बाजार नहीं झेल पाया। निवेशकों ने यह सोचकर धड़ाधड़ बिकवाली शुरू कर दी कि तेजी से बढ़ रहा कोविड-19 संक्रमण फिर अर्थव्यवस्था को झटका देगा और कारोबार और कंपनियों की कमाई को चोट पहुंचाएगा। सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान 1,449 अंक (2.9 प्रतिशत) फिसल गया। सेंसेक्स अंत में 870 अंक की गिरावट के साथ 49,159 पर बंद हुआ।  निफ्टी भी 229 अंक (1.5 प्रतिशत) फिसल कर 14,638 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांकों में 24 मार्च के बाद सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। रुपया भी डॉलर के मुकाबले 18 पैसा गिरकर 73.29 पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट पर वैलेंटिस एडवाइजर्स के संस्थापक ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा, ‘महाराष्ट्र में आंशिक लॉकडाउन की घोषणा से निवेशक  हताश हो गए हैं।’
सोमवार को भारत में कोविड-19 संक्रमण के रोजाना मामले 1 लाख का आंकड़ा कर गए। इससे पहले सितंबर 2020 में सर्वाधिक मामले दर्ज हुए थे। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में इस महीने के अंत तक पाबंदियां जारी रहेंगी। रेटिंग एजेंसी केयर ने कहा कि महाराष्ट्र में आंशिक लॉकडाउन से 40,000 करोड़ रुपये मूल्य के सकल मूल्य वद्र्धन (जीवीए) पर असर हो सकता है। इस रेटिंग एजेंसी ने कहा कि कारोबार, होटल व्यवसाय, परिवहन, वित्तीय सेवाएं और रियल एस्टेट पर सबसे अधिक चोट पड़ेगी।
केयर ने एक टिप्पणी में कहा, ‘इन नई पाबंदियों को देखते हुए हमें लगता है कि एक महीने के लॉकडाउन के आधार पर करीब 40,000 करोड़ रुपये मूल्य के जीवीए से हाथ धोना पड़ेगा। अगर पाबंदी आगे भी जारी रही तो राज्य में आर्थिक गतिविधियों पर और अधिक असर हो सकता है।’ वैश्विक बाजारों में भारत का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।

First Published - April 6, 2021 | 12:43 AM IST

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