मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma) का 4,326 करोड़ रुपये का IPO मंगलवार, 25 अप्रैल को अभिदान के लिए खुलेगा। कीमत दायरा 1,026-1,080 रुपये तय किया गया है। बिक्री पेशकश (OFS) हिस्से में 4.10 करोड़ शेयर शामिल हैं।
घरेलू बिक्री के संदर्भ में मैनकाइंड फार्मा भारत की चौथी सबसे बड़ी और मूविंग एनुअल टर्नओवर (मैट) आधार पर बिक्री के संदर्भ में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी (दिसंबर 2022 तक के हिसाब से) है। कंपनी एक्यूट-टु-क्रोनिक थेरेपी की व्यापक रेंज का निर्माण एवं बिक्री करती है। उसके कुछ चर्चित उपभोक्ता हेल्थकेयर उत्पादों में मैनफोर्स, प्रेगा न्यूज, अनवांटेड 72, गैस-ओ-फास्ट, हेल्थ ओके और एक्नेस्टार शामिल हैं।
ग्रे बाजार में, इस शेयर को 90 रुपये का प्रीमियम मिला है, जिससे अपर प्राइस बैंड पर 1,170 रुपये प्रति शेयर की संभावित सूचीबद्धता का अनुमान है। IPO का करीब 50 प्रतिशत हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB), 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों (NII), और शेष 35 प्रतिशत छोटे निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है।
प्रमुख ब्रोकरों के सुझाव
निर्गम के कीमत दायरे (1,080 रुपये प्रति शेयर) के ऊपरी दायरे के हिसाब से विश्लेषकों का मानना है कि शेयर का निर्धारित मूल्य वित्त वर्ष 2022 की 36 रुपये EPS के 30 गुना पर है। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के मजबूत ब्रांडों, हाल के अधिग्रहणों के जरिये उसके क्रोनिक पोर्टफोलियो के लिए बढ़ती पहुंच पर ध्यान केंद्रित किया है।
वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी अपने ब्रांडेड फॉर्मूलेशन व्यवसाय से मदद के साथ मजबूत मार्जिन और प्रतिफल अनुपात दर्ज करेगी। इसके अलावा, अधिग्रहीत ब्रांड पैनेशिया की संभावनाओं पर नजर रखने की जरूरत होगी। ब्रोकरेज फर्म ने इसलिए इसे पसंद किया है क्योंकि दवा बाजार में कंपनी की अच्छी पहुंच है।
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ब्रोकरेज फर्म ने एक्यूट के साथ साथ कई क्रोनिक थेरेप्यूटिक क्षेत्रों में कंपनी की अच्छी मौजूदगी का अनुमान लगाया है। शेयरखान का मानना है कि मैनकाइंड फार्मा में लगातार वृद्धि दर्ज करने के अवसर मौजूद हैं। विश्लेषकों का कहना है कि यह IPO उसकी वित्त वर्ष 2022 की EPS के 30.2/28.7 गुना पर पेश किया जा रहा है, जो औसत उद्योग मूल्यांकन के मुकाबले कम कीमत है।
कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की निर्माण इकाइयों, शोध एवं विकास क्षमताओं, और उसकी विपणन एवं वितरण पहुंच से उसे उत्पादों में नवीनता लाने में मदद मिली है। साथ ही उसे उत्पाद गुणवत्ता लगातार बनाए रखने से भी मदद मिली है। भविष्य में, अपने डिजिटल प्लेटफॉर्मों में निवेश करने से कंपनी को अपना कंज्यूमर हेल्थकेयर व्यवसाय मजबूत बनाने में भी आसानी होगी।