NFO Alert: कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (KMAMC) ने गुरुवार को कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड (Kotak Rural Opportunities Fund) लॉन्च करने की घोषणा की है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो ग्रामीण और इससे जुड़े क्षेत्रों में निवेश पर फोकस करेगी। यह स्कीम 6 नवंबर 2025 से 20 नवंबर 2025 तक निवेशकों के लिए खुली रहेगी। इस फंड का उद्देश्य लंबी अवधि में निवेशकों की दौलत में इजाफा करना है, जिसके लिए यह उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगा, जो भारत के ग्रामीण विकास और बदलाव (रूरल ट्रांसफॉर्मेशन) से जुड़ी हैं या उससे लाभ कमा रही हैं।
फंड का नाम – कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड
फंड टाइप – ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम
NFO ओपन डेट – 6 नवंबर, 2025
NFO क्लोजिंग डेट – 20 नवंबर, 2025
मिनिमम लंपसम निवेश – ₹1,000
मिनिमम SIP निवेश – ₹500
एग्जिट लोड – आवंटन की तिथि से 90 दिनों के रिडीम (बेचते) / स्विच आउट करते हैं, तो 0.5% एग्जिट लोड लगेगा।
बेंचमार्क – निफ्टी रूरल इंडेक्स टीआरआई (Nifty Rural Index TRI)
रिस्क लेवल – बहुत ज्यादा जोखिम (Very High Risk)
फंड मैनेजर – अर्जुन खन्ना
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कोटक रूरल ऑपर्च्युनिटीज फंड के फंड मैनेजर अर्जुन खन्ना ने कहा कि, “रूरल थीम पर हमारा नजरिया संरचनात्मक रूप से पॉजिटिव है। इनकम में सुधार, बेहतर बुनियादी ढांचा, और वित्त एवं टेक्नोलॉजी तक बढ़ती पहुंच, ये सभी बातें लगातार और व्यापक विकास के लिए प्लेटफॉर्म कर रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था सिर्फ खेती तक सीमित नहीं है, यह कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, सर्विसेज और कंजम्पशन जैसे कई क्षेत्रों में फैली हुई है। हम डाइवर्सिफाइड और बॉटम-अप अप्रोच का उपयोग करके उन बिजनेस की पहचान करना चाहते हैं, जो या तो इस बदलाव को आगे बढ़ा रहे हैं या इससे लाभ उठा रहे रहे हैं। यह फंड निवेशकों को एक अनुशासित और रिसर्च-आधारित प्रक्रिया के माध्यम से इस बदलती हुई थीम में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है।”
फंड का पोर्टफोलियो उन कंपनियों से बनाया जाएगा जिनका ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ा जुड़ाव है। इसके लिए मजबूत और सख्त मानकों का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि अच्छी क्वालिटी और ग्रोथ वाली कंपनियों का चयन हो सके। इस तरह निवेशकों को एक डाइवर्सिफाइड और मजबूत स्टॉक पोर्टफोलियो मिलेगा। इसे समय-समय पर रिव्यू कर अपडेट किया जाएगा, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आने वाले नए अवसरों का फायदा लिया जा सके।
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (KMAMC) के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह ने कहा कि, “ग्रामीण भारत अब केवल खेती तक ही सीमित नहीं है, यह ‘भारत’ के विकास का नया मोर्चा बन चुका है। वित्तीय समावेशन से लेकर डिजिटल कनेक्टिविटी और स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग तक, ग्रामीण भारत में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। यह बदलाव अवसरों, नई उम्मीदों और सरकारी नीतियों की वजह से आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती आय और कंजम्पशन अब भारत की बड़ी आर्थिक कहानी का एक अहम हिस्सा हैं। कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड का लक्ष्य निवेशकों को इस बदलाव में भागीदार बनने में मदद करना है, यह बदलाव भारत की सबको साथ लेकर चलने वाली और संतुलित आर्थिक विकास की यात्रा के साथ मेल खाता है।”
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ग्रामीण भारत तेजी से बदल रहा है, अब लगभग 40% ग्रामीण लोग खेती के अलावा अन्य कामों में लगे हैं। 2018 से अब तक, ग्रामीण महिलाओं की नौकरी में भागीदारी लगभग दोगुनी हो गई है, जिससे दोहरी आय वाले परिवारों की संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में आधे से ज्यादा खर्च अब खाने-पीने के अलावा अन्य चीजों पर हो रहा है, जो यह दिखाता है कि ग्रामीण क्षेत्र अब आय, उम्मीदों और खर्च के मजबूत केंद्र बन चुके हैं।
(डिस्क्लेमर: बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है। यहां NFO की जानकारी दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)