गोल्डमैन सैक्स ने एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र के लिए अपनी ‘कन्विक्शन लिस्ट’ में भारत की पांच प्रमुख कंपनियों, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), हैवेल्स इंडिया, टाइटन कंपनी, मेकमायट्रिप और पीटीसी इंडस्ट्रीज को शामिल किया है। ब्रोकिंग और रिसर्च हाउस का मानना है कि आने वाले 12 महीनों में इन कंपनियों के शेयरों में 14% से लेकर 54% तक की बढ़त देखने को मिल सकती है। कंपनी ने अपने ताजा रिपोर्ट में कहा कि उसने Hon Hai, Samsung F&M, Guming और PTC Industries को इस लिस्ट में जोड़ा है, जबकि Anta, Asics, Ryohin Keikaku, Zai Lab और Fujitsu को हटा दिया गया है।
गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि टाइटन अमीर उपभोक्ताओं और ज्वेलरी (गहनों) के कारोबार में बढ़ते भरोसे का अच्छा फायदा उठा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, हैवेल्स इंडिया की कमाई फिर से तेजी से बढ़ सकती है और कंपनी का मुनाफा भी ज्यादा होगा। मेकमायट्रिप के बारे में कहा गया है कि अब कंपनी के पास ग्रोथ बढ़ाने के लिए जरूरी मौके मौजूद हैं। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) में मुनाफा बढ़ने से उसकी कीमत (वैल्यू) और भी मजबूत हो सकती है।
| कंपनी का नाम | मौजूदा भाव (₹) | टारगेट प्राइस (₹) | संभावित बढ़त (%) |
|---|---|---|---|
| टाइटन (Titan) | 3,795 | 4,350 | 14.6 |
| हैवेल्स (Havells) | 1,465 | 1,740 | 18.8 |
| मेकमायट्रिप (MakeMyTrip)* | 79.96 | 123 | 53.8 |
| पीटीसी इंडस्ट्रीज (PTC Industries) | 17,156 | 24,725 | 44.1 |
| रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) | 1,493 | 1,795 | 20.2 |
गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि उसे भारत के रक्षा क्षेत्र (Defence Sector) पर सबसे ज्यादा भरोसा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस सेक्टर में PTC Industries अपने बाकी प्रतिस्पर्धियों से आगे है। वहीं, सोलर इंडस्ट्रीज भी पसंदीदा है, क्योंकि यह हाई एनर्जी वाले मटेरियल्स बनाने में खास पहचान रखती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले 20 सालों में भारत का रक्षा बाजार करीब 6 गुना बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है। इसके साथ ही, देश में अब तकनीकी चीजें और कंपोनेंट्स (पुर्जे) खुद बनने लगेंगे। सरकार का लक्ष्य है कि रक्षा निर्यात (exports) को FY29 तक 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाए, जो अभी FY25 में 23,600 करोड़ रुपये है।
गोल्डमैन सैक्स के विशेषज्ञों का कहना है कि उन्होंने अपने “डिफेंस प्लेयर फ्रेमवर्क” में कंपनियों का आकलन कई बातों पर किया है। जैसे कितने बड़े ऑर्डर मिलते हैं, मुनाफा (मार्जिन) कितना है, कितने तरह के ग्राहक हैं, कंपनी की खासियत (USP) क्या है और वह दूसरों पर कितनी निर्भर है। इन सभी बातों को देखते हुए, रिपोर्ट में सोलर इंडस्ट्रीज और PTC इंडस्ट्रीज दोनों को सबसे अच्छे निवेश के मौके बताया गया है। सोलर इंडस्ट्रीज में कंपनी ने 36% तक बढ़त (upside) की संभावना जताई है।
गोल्डमैन सैक्स के विश्लेषक अमित दीक्षित का कहना है कि PTC Industries के पास तीन बड़ी ताकतें हैं। काबिलियत (Capabilities), कॉन्ट्रैक्ट्स (Contracts) और उत्पादन क्षमता (Capacity)। इन तीनों वजहों से कंपनी का टाइटेनियम (Titanium) और सुपर अलॉय (Super Alloy) के कारोबार में खास स्थान बन गया है।
दीक्षित के मुताबिक, आने वाले सालों में कंपनी की कमाई बहुत तेजी से बढ़ेगी। उनका अनुमान है कि FY28 तक PTC Industries की कमाई 123% की दर (CAGR) से बढ़ेगी और FY29 तक इसका मुनाफा मार्जिन 40% से ज्यादा पहुंच जाएगा। यह बढ़त इसलिए होगी क्योंकि कंपनी अपनी एयरोस्पेस ग्रेड टाइटेनियम और सुपर अलॉय बनाने की क्षमता को लगातार बढ़ा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, FY26 तक PTC Industries दुनिया की सबसे बड़ी रीसाइकिल्ड टाइटेनियम बनाने वाली एकल साइट (single-site) तैयार कर सकती है। यानी कंपनी बहुत बड़े स्तर पर टाइटेनियम का उत्पादन करने की क्षमता हासिल कर लेगी।
क्योंकि कंपनी का ट्रेडिंग इतिहास अभी छोटा है, इसलिए विश्लेषक अमित दीक्षित ने इसकी FY31 की अनुमानित कमाई को FY27 तक घटाकर (discount करके) देखा है और 27x P/E मल्टीपल लगाया है।
उनका कहना है कि कंपनी के शेयर का 12 महीने का टारगेट FY27 और FY28 की कमाई के हिसाब से क्रमशः 158.3x और 52.9x P/E रेशियो दिखाता है। यानी आने वाले समय में यह स्टॉक निवेशकों के लिए बहुत अच्छा मुनाफा देने वाला विकल्प साबित हो सकता है।