Tata Capital IPO GMP: टाटा कैपिटल आईपीओ का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए बड़ी खबर है। कंपनी ने अपने 15,511 करोड़ रुपये के आईपीओ की डिटेल्स को फाइनल कर दिया है। इश्यू के लिए प्राइस बैंड 310 से 326 रुपये प्रति शेयर तय किया है। आईपीओ अप्लाई करने के लिए 6 अक्टूबर को खुलेगा और निवेशक 8 अक्टूबर तक आईपीओ के लिए कर सकेंगे। टाटा कैपिटल आईपीओ का लॉट साइज 46 इक्विटी शेयर है यानी हर एक लॉट में 46 शेयर होंगे।
आईपीओ का 50 फीसदी हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए रिजर्व है। कम से कम 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (NII) के लिए और कम से कम 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा कर्मचारियों के लिए 12 लाख इक्विटी शेयरों का रिजर्व रखा गया है।
टाटा कैपिटल आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 9 अक्टूबर को फाइनल रूप से तय किया जाएगा। कंपनी 10 अक्टूबर को रिफंड प्रोसेस शुरू करेगी। टाटा कैपिटल के शेयर सोमवार, 13 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो सकते हैं।
टाटा कैपिटल आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में पहले से ही हलचल देखने को मिल रहा है। ग्रे मार्केट पर नजर रखने वाले सूत्रों के अनुसार, टाटा कैपिटल आईपीओ के नॉन-लिस्टेड शेयर 29 सितंबर को 354 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। यह आईपीओ प्राइस बैंड के अपर एंड 326 रुपये के मुकाबले 28 रुपये या 9 प्रतिशत के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को दर्शाता है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) एक अनौपचारिक रकम होती है। यह वह राशि है जो निवेशक आईपीओ के इश्यू प्राइस से ज्यादा देने को तैयार रहते हैं। यह सौदा तब होता है जब शेयर बाजार में लिस्ट नहीं हुए होते। जीएमपी से बाजार की रुचि और मांग का अंदाजा लगता है। अगर जीएमपी ज्यादा हो, तो मतलब निवेशक उत्साहित हैं। इससे लिस्टिंग के दिन मुनाफा मिलने की उम्मीद बढ़ती है। अगर जीएमपी कम या निगेटिव हो, तो यह निवेश में कम रुचि दिखाता है।
टाटा कैपिटल लिमिटेड (Tata Capital IPO) का आईपीओ कुल 15,511.87 करोड़ रुपये का बुक बिल्ड इश्यू है। यह इश्यू दो भागों में बांटा गया है। इसमें 21 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जिनकी कुल राशि 6,846.00 करोड़ रुपये है। जबकि 26.58 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) पर होंगे। इसकी कुल राशि 8,665.87 करोड़ रुपये है।
यह आईपीओ भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के उस निर्देश के तहत लाया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि ‘अपर-लेयर’ श्रेणी में आने वाली एनबीएफसी कंपनियों को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होना जरुरी है। टाटा कैपिटल को सितंबर 2022 में ‘अपर-लेयर एनबीएफसी’ के रूप में क्लासिफाई किया गया था। इसी के अनुसार कंपनी अब लिस्टिंग प्रक्रिया पूरी कर रही है।
Tata Capital IPO | Details |
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आईपीओ डेट | 6 अक्टूबर 2025 से 8 अक्टूबर 2025 तक |
लिस्टिंग डेट | [-] |
फेस वैल्यू | ₹10 प्रति शेयर |
इश्यू प्राइस बैंड | ₹310 से ₹326 प्रति शेयर |
लॉट साइज | 46 शेयर |
बिक्री का प्रकार | नए शेयरों की बिक्री + ऑफर फॉर सेल |
कुल इश्यू साइज़ | 47,58,24,280 शेयर (₹15,511.87 करोड़ तक) |
नया इश्यू | 21,00,00,000 शेयर (₹6,846.00 करोड़ तक) |
ऑफर फॉर सेल (OFS) | 26,58,24,280 शेयर (₹8,665.87 करोड़ तक) |
इश्यू का प्रकार | बुक बिल्डिंग आईपीओ |
सूचीबद्ध होगा | बीएसई, एनएसई |
टाटा कैपिटल एक प्रमुख नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। कंपनी ने 31 मार्च तक 70 लाख से ज्यादा ग्राहकों को सर्विस दी है। कंपनी 25 से ज्यादा तरह के लोन विकल्प देती है। ये विकल्प नौकरीपेशा, स्वरोजगार, उद्यमियों, छोटे व्यापारियों, एसएमई और बड़े कॉरपोरेट्स के लिए हैं।
कंपनी थर्ड-पार्टी प्रोडक्ट जैसे बीमा और क्रेडिट कार्ड भी डिस्ट्रीब्यूट करती है। यह वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज भी देती है। साथ ही, प्राइवेट इक्विटी फंड्स के लिए प्रायोजक और निवेश प्रबंधक के रूप में भी काम करती है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में, टाटा कैपिटल ने 3,655 करोड़ का कर-पश्चात लाभ (PAT) घोषित किया, जो FY24 के 3,327 करोड़ के मुकाबले अधिक है। साथ ही, कंपनी की आय FY25 में 28,313 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष के 18,175 करोड़ की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।
टाटा कैपिटल का जून 2025 तिमाही में कंसोलिडेट नेट लाभ 1,040.93 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में दोगुना से अधिक है। पिछले साल इसी तिमाही में आईपीओ की तैयारी कर रही कंपनी ने 472.21 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। कंपनी की कुल आय भी बढ़कर 7,691.65 करोड़ रुपये हो गई। यह पिछले वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में 6,557.40 करोड़ रुपये थी।