Sagility India IPO: बेंगलुरु की हेल्थकेयर कंपनी सैगिलिटी इंडिया का पब्लिक इश्यू आखिरी दिन 3.2 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशकों ने अंतिम दिन बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे इस सेगमेंट की बुकिंग 4.07 गुना अधिक हो गई। गुरुवार, 7 नवंबर को बिडिंग का अंतिम दिन था।
इसके अलावा, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने पब्लिक ऑफर को 1.92 गुना ओवरसब्सक्राइब किया। NIIs ने 10.50 करोड़ शेयरों की तुलना में 20.15 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई। वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने भी रिटेल इन्वेस्टर्स की तर्ज पर बिडिंग की, और यह सेगमेंट आखिरी दिन 3.52 गुना ओवरसब्सक्राइब हो गया। QIBs ने 21 करोड़ शेयरों के ऑफर के मुकाबले 73.86 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।
गौरतलब है कि सैजिलिटी इंडिया का आईपीओ 5 नवंबर से 7 नवंबर तक खुला था, इसके अलॉटमेंट की घोषणा 8 नवंबर को की गई, और आईपीओ का लिस्टिंग 12 नवंबर 2024 को BSE, NSE पर होने की संभावना है।
Sagility आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्थिति
सैगिलिटी आईपीओ का इनिशियल पब्लिक ऑफर सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन 3.20 गुना सब्सक्राइब हुआ है। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, 38.70 करोड़ शेयरों के मुकाबले 123.99 करोड़ शेयरों की बोलियां प्राप्त हुईं।
रिटेल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 4.16 गुना, नॉन-इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 1.93 गुना और क्यूआईबी का हिस्सा 3.52 गुना भरा गया। कर्मचारियों का हिस्सा 3.75 गुना सब्सक्राइब हुआ है।
Sagility IPO GMP
Sagility India IPO का आखिरी GMP ₹0.30 है। IPO का प्राइस बैंड ₹30.00 है, और इस हिसाब से Sagility India IPO की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹30.3 होगी (कैप प्राइस + आज का GMP)। हर शेयर पर अनुमानित लाभ/नुकसान का प्रतिशत 1.00% है।
(*डिसक्लेमर- इस IPO में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें और जोखिम को समझें। बाजार में उतार-चढ़ाव से निवेश मूल्य बदल सकता है। निर्णय पूरी तरह निवेशक की जिम्मेदारी पर होगा।)