बाजार के जानकारों का मानना है कि निफ्टी 4500 के स्तर के आसपास टिका रह सकता है और आगे कमजोरी तभी आएगी जब यह 4480 के स्तर से नीचे बंद होगा।
निफ्टी के कारोबारियों को उम्मीद है कि इन स्तरों पर निफ्टी को सपोर्ट मिलेगा क्योंकि गुरुवार के दिन की सारी शार्ट पोजीशन आखिर में आधे घंटे के क्लोज आउट के समय में 4505 के स्तर के आसपास निपटा दी गई हैं।
निफ्टी जून के वायदा में इंट्राडे में 31.7 लाख शेयरों की शार्ट पोजीशन बनी थीं जिनकी वजह से डिस्काउंट पांच अंक से बढ़कर 37 अंक हो गया था। हालांकि क्लोजआउट के दौरान शार्ट पोजीशन भी कवर की गईं और पहले की शार्ट पोजीशन भी निपटाई गईं। इस वजह से निफ्टी जून वायदा का ओपन इंटरेस्ट 14 लाख शेयरों से घट गया, जो पहले 31.7 लाख से बढ़ा हुआ था और डिस्काउंट भी 37 से घटकर 17 अंक रह गया।
शार्ट कवरिंग की वजह से ही निफ्टी अपने दिन के 4489 के स्तर से 4505 पर आया और निफ्टी जून वायदा भी 4465 से सुधरकर 4487 पर आ गया। बुधवार की मंदी के बाद बाजार सुबह नेगेटिव में खुला और गिरावट बढ़ती गई। सेंसेक्स 334 अंक गिरकर और निफ्टी 78 अंक गिरकर बंद हुआ। बीएसई के रियलिटी इंडेक्स और बैंकेक्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ और दोनों में ही 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही।
यूनीटेक 6 फीसदी गिरा जबकि आईसीआईसीआई बैंक 4 फीसदी गिरकर 753 रुपए पर बंद हुआ। एडिलवायस के मार्केट एनालिस्ट के मुताबिक सीएन-एक्स बैंक निफ्टी पर भी असर पड़ा और यहां भी शार्ट पोजीशन बनती देखी गईं। सीएनएक्स बैंक निफ्टी का ओपन इंटरेस्ट 10 फीसदी बढ़ा जो बाद में चार फीसदी घट गया।