बैंंकिंग व वित्तीय क्षेत्र के शेयरों को फरवरी में हुए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश में अच्छी खासी हिस्सेदारी मिली। पिछले महीने विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी में 3.56 अरब डॉलर का निवेश किया। इसमें से 1.96 अरब डॉलर का निवेश वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में हुआ। यह जानकारी एडलवाइस के आंकड़ों से मिली। एडलवाइस सिक्योरिटीज के विश्लेषक अभिलाष पगारिया ने कहा, इस क्षेत्र में अब एफपीआई परिसंपत्तियों का 34.8 फीसदी है, जो जनवरी में 33.8 फीसदी था। इस निवेश ने बैंंकिंग क्षेत्र के इंडेक्स को अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा दिया।
बैंंक निफ्टी इंडेक्स फरवरी में 22 फीसदी तक चढ़ा, लेकिन बाद में कुछ बढ़त गंवा दी और माह की समाप्ति 13.5 फीसदी की बढ़त के साथ की। इसकी तुलना में बेंचमार्क निफ्टी में करीब 6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
तेल व गैस क्षेत्र में फरवरी के दौरान 67.6 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ, जो दो साल में सबसे ज्यादा निवेश है। निवेश में तेजी से बैंंकिंग व ऊर्जा क्षेत्र के कई शेयर काफी आगे निकल गए। भारतीय स्टेट बैंंक का शेयर 38 फीसदी चढ़ा, आईडीएफसी बैंक में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहींं इंडसइंड बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर फरवरी में करीब 25-25 फीसदी चढ़ा।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (ऑल्टरनेटिव रिसर्च) श्रीराम ने कहा, हमें आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए, अगर निवेश के बड़े हिस्से ने पीएसयू बैंकों का रुख किया हो। पीएसयू बैंकों में एफपीआई का निवेश कई साल के निचले स्तर पर है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी महीनों में पीएसयू बैंकों में एफपीआई स्वामित्व के आंकड़े कैसे रहते हैं। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स फरवरी में 32 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स में इस दौरान महज 11 फीसदी की मजबूती आई।