facebookmetapixel
नीतीश ने 20 साल बाद छोड़ा गृह विभाग, सम्राट चौधरी को मिली सबसे बड़ी जिम्मेदारी; वित्त मंत्रालय JDU के खाते मेंभारत सरकार का बड़ा फैसला! एयरपोर्ट के बाद अब देश के 250 बड़े-छोटे बंदरगाहों की सुरक्षा CISF के हाथों मेंKajol Devgan को प्रॉपर्टी डील से होगा बंपर मुनाफा, 9 साल में मिलेंगे पूरे ₹8.6 करोड़SEBI ने प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में म्युचुअल फंड को निवेश करने से रोका, एंकर राउंट में दी अनुमतिभारत का UPI अब यूरोप से जुड़ेगा, क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट मिनटों में निपटेंगे; बड़े बदलाव की तैयारीदिल्ली में इस बार सर्दियों में टूटेंगे बिजली की मांग के पुराने रिकॉर्ड, पीक डिमांड 6,000 मेगावाट तक पहुंचने के आसारमिड और स्मॉल कैप फंड्स में निवेश की रफ्तार सुस्त, फिर भी क्यों कह रहे हैं एक्सपर्ट्स- SIP मत रोकें?सैलरी जल्द खत्म हो जाती है? एक्सपर्ट ने इससे बचने के लिए बताया 50-30-20 फॉर्मूला, ऐसे कर सकते हैं शुरूTejas fighter jet crash in Dubai: दुबई एयरशो में तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त, हादसे में पायलट की मौतनए लेबर कोड आज से लागू: मजदूरों के वेतन, सुरक्षा और कामकाज के नियमों में आएगा ऐतिहासिक बदलाव

सिर्फ एक एक्सचेंज पर केंद्रित रहने से समस्या होगी : सुंदररमण राममूर्ति

Last Updated- January 20, 2023 | 11:18 PM IST
Share Market

बीएसई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी की कमान संभालने के बाद अपने पहले भाषण में सुंदररमण राममूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि यदि सिर्फ एक स्टॉक एक्सचेंज ही ज्यादा सक्रिय बना रहता है तो यह उपयुक्त नहीं होगा।

इक्विटी बाजार सेगमेंट में कम से कम दो दिग्गजों की महत्ता पर जोर देते हुए बोफा के पूर्व मुख्य परिचालन अधिकारी ने ब्रोकरों से एक्सचेंजों के बीच अंतरसक्रियता बढ़ाने को कहा है। मौजूदा समय में, बीएसई के प्रतिस्पर्धी एनएसई की कैश सेगमेंट में 90 प्रतिशत से ज्यादा बाजार भागीदारी है और डेरिवेटिव खंड में उसका लगभग एकाधिकार है।

एसोसिएशन ऑफ नैशनल एक्सचेंजेस मेंबर्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में राममूर्ति ने ब्रोकरों से अपने ग्राहकों को इंट्राडे इंटरऑपरेबिलिटी मुहैया कराने को कहा, जैसा कि पूंजी बाजार नियामक सेबी द्वारा अनिवार्य किया गया है।

राममूर्ति ने कहा, ‘यदि आपके पास सिर्फ एक एक्सचेंज है जो अपना अस्तित्व  बचाए हुए है और दूसरा ज्यादा एक्सचेंज ज्यादा सक्रिय नहीं है, तो आपको समस्या होगी।’

उन्होंने कहा, ‘हम कम से कम दो या तीन एक्सचेंजों के साथ बाजार में उत्साह एवं प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना चाहेंगे। अन्यथा, हम बाजार और मौजूदा समय में वरदान साबित हो रही प्रौद्योगिकी के लिए सेवा मुहैया नहीं करा पाएंगे जो अचानक अभिशाप में तब्दील हो जाएगी।’

First Published - January 20, 2023 | 11:18 PM IST

संबंधित पोस्ट