मंगलवार को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) और भारत पेट्रोलियम (BPCL) के शेयरों में 2 फीसदी तक की तेजी देखी गई। निवेशकों में उम्मीद है कि जून तिमाही (Q1FY26) के नतीजे अच्छे रहेंगे, जिससे इन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी बढ़ी। HPCL का शेयर ₹452.4 पर कारोबार कर रहा है, जो इसके अब तक के रिकॉर्ड स्तर ₹457.20 के बेहद करीब है। यह रिकॉर्ड 5 सितंबर 2024 को बना था। मार्च 2025 में जब यह ₹287.55 तक गिर गया था, तब से अब तक इसमें करीब 57 फीसदी की रिकवरी हो चुकी है। BPCL भी ₹357.55 के स्तर पर है, जो इसके रिकॉर्ड हाई ₹376 (30 सितंबर 2024) से थोड़ा ही नीचे है। मार्च में इसका शेयर ₹234.15 तक गिर गया था, वहां से अब तक 53 फीसदी की बढ़त देखी गई है।
ब्रोकरेज कंपनियों को उम्मीद है कि जून 2025 की तिमाही में HPCL, BPCL और IOCL जैसे OMCs के नतीजे मजबूत रहेंगे। इसकी वजह यह है कि इस तिमाही में कच्चे तेल की कीमतें 12 फीसदी तिमाही आधार पर और 18 फीसदी सालाना आधार पर गिरी हैं, जबकि पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहे। ₹2 प्रति लीटर एक्साइज़ ड्यूटी बढ़ने का असर घरेलू LPG की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से कुछ हद तक संतुलित हो गया है। साथ ही जून में तेल की कीमतें फिर से बढ़ी हैं, जिससे स्टॉक में रखा पुराना तेल (इन्वेंटरी) सस्ता नहीं रह गया और नुकसान की आशंका घट गई है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ के अनुसार Q1 में BPCL का EBITDA 53 फीसदी तिमाही आधार पर और 2.1 गुना सालाना आधार पर बढ़ सकता है। वहीं HPCL में 49 फीसदी तिमाही और 4.1 गुना सालाना वृद्धि का अनुमान है। IOCL के लिए यह आंकड़ा 31 फीसदी तिमाही और 2.1 गुना सालाना हो सकता है। JM Financial की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि HPCL और BPCL का EBITDA तिमाही आधार पर 52 से 69 फीसदी तक बढ़ सकता है, खासतौर से पेट्रोल-डीजल की बिक्री से अच्छी कमाई के कारण। हालांकि IOCL को इन्वेंटरी में नुकसान से थोड़ा कम फायदा मिलेगा।
JM Financial जहां OMCs पर सतर्क नजर बनाए हुए है और मानता है कि इन कंपनियों के भारी निवेश और ऊंचे वैल्यूएशन के चलते रिस्क-रिवॉर्ड संतुलन ठीक नहीं है, वहीं Elara Capital ने OMCs पर सकारात्मक रुख बरकरार रखा है। Elara का मानना है कि सरकार OMCs को उनकी एनर्जी ट्रांजिशन योजना के लिए ऐतिहासिक मार्जिन से ज्यादा कमाई की छूट दे सकती है। BPCL को अगले 5 साल में मुनाफा दोगुना करने के लिए कम से कम ₹3,250 प्रति टन का मार्जिन चाहिए होगा।
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Geojit Financial Services के अनुसार HPCL को उम्मीद है कि इस साल कच्चे तेल की कीमतें अनुकूल रहेंगी, जिससे मुनाफा बढ़ेगा। कंपनी ने अपनी रिटेल नेटवर्क में भी विस्तार किया है और आउटलेट्स पर बिक्री में इज़ाफा हुआ है। इसके साथ ही HPCL ने मार्केटिंग भी तेज़ की है ताकि उसका मार्केट शेयर बढ़ सके और लंबी अवधि में ग्रोथ बनी रहे।