सप्ताह के पूर्वार्द्ध में 15 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के बाद ओरल केयर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) के शेयर ने इस बढ़त की लगभग एक-तिहाई गंवा दी है। सितंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन के बाद हालांकि कंपनी उपभोक्ता क्षेत्र में विशिष्ट रही है, लेकिन ब्रोकरेजों का मानना है कि वॉल्यूम, मार्जिन में नरमी और ऊंचे मूल्यांकन की वजह से बढ़त सीमित रह सकती है।
सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही) के इसके नतीजे उपभोक्ता क्षेत्र की अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर रहे। इसमें टूथपेस्ट श्रेणी में एक अंक में उच्च स्तर की वृद्धि और टूथब्रश श्रेणी में दो अंकों की राजस्व वृद्धि से मदद मिली। नई पेशकश, महंगे उत्पाद, अनुकूल आधार और विज्ञापन अभियानों के दम पर यह बढ़त हासिल हुई। पिछली कुछ तिमाहियों के दौरान वॉल्यूम में बढ़ोतरी का रुख रहा है।
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के अभिजीत कुंडू और धीरज मिस्त्री का कहना है, ‘पिछली छह तिमाहियों के दौरान कोलगेट ने प्रौद्योगिकी की मदद से उत्पाद संयोजन में सुधार तथा उपभोक्ता जागरूकता और तरजीही को बढ़ाने के लिए ज्यादा विज्ञापन खर्च/प्रचार की प्रबंधन की पहलों के बलबूते मजबूत प्रदर्शन किया है।’
ब्रोकरेज का कहना है कि ओरल केयर में प्रीमियम उत्पादों को बढ़ावा देने तथा व्यक्तिगत देखभाल पोर्टफोलियो बनाने पर कंपनी के ध्यान से दीर्घकालिक प्रदर्शन को बढ़ावा मिल सकता है।
भले ही हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा हो और इस क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण मजबूत हो, लेकिन ब्रोकरेज निकट अवधि की संभावनाओं को लेकर सतर्क हैं। जहां विश्लेषक एक अंक में उच्च स्तर की वॉल्यूम वृद्धि का आकलन कर रहे थे, वहीं कंपनी का मानना है कि वॉल्यूम, उत्पाद मिश्रण के साथ-साथ कीमत पर भी उतना ही जोर देने से विकास संतुलित रहेगा।
चिंता की दूसरी बात यह है कि मार्जिन 31 से 33 प्रतिशत के दायरे में सीमित रहेगा, जबकि शेयर बाजार को उम्मीद थी कि यह 33 प्रतिशत से अधिक होगा। कंपनी ने इस बात को भी बताया है कि शहरी विकास में कुछ मंदी है जबकि टूथपेस्ट श्रेणी (कोई तेजी नहीं) में ग्रामीण बढ़ोतरी सपाट रहने की उम्मीद है।
कंपनी के लिए सेंट्रम रिसर्च का रुख सकारात्मक है। उसने अपनी ‘खरीद’ रेटिंग दोहराई है। कंपनी की वृद्धि वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में एफएमसीजी क्षेत्र की अन्य कंपनियों की तुलना में 1.6 गुना से 2.4 गुना थी और उसकी रणनीतिक पहलों के कारण ग्रामीण बाजारों में दमदार वृद्धि हुई। कंपनी का लक्ष्य ओरल श्रेणी की पैठ बढ़ाना, उत्पाद श्रेष्ठता और नवाचार पर आधारित प्रीमियमाइजेशन का इस्तेामल करके अग्रणी स्थिति को बरकरार रखना है।
ब्रोकरेज के शिरीष परदेशी के नेतृत्व में विश्लेषकों का कहना है कि लागत बचत पर ध्यान देने के साथ नई पेशकश का समर्थन करने के लिए अधिक विज्ञापन खर्च और निवेश के बावजूद मार्जिन स्थिर रहने के आसार हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज और कोटक रिसर्च ने इस शेयर पर घटाएं की रेटिंग दी है।