बिटकॉइन ने रविवार को निवेशकों को एक और बड़ा तोहफा दिया। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने 1,25,000 डॉलर यानी करीब 1.11 करोड़ रुपये के पार अपनी कीमत पहुंचाई और नया रिकॉर्ड कायम किया। एशियाई बाजारों में बिटकॉइन 1,25,689 डॉलर तक पहुंचा। निवेशकों की अमेरिकी सरकारी कामकाज बंद होने की चिंता के चलते सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी और बिटकॉइन को लाभ मिला। इसने 14 अगस्त को बनाए गए पिछले रिकॉर्ड 1,24,514 डॉलर को भी पार कर लिया।
बिटकॉइन की इस तेजी में अमेरिकी शेयर बाजारों में उछाल और बिटकॉइन से जुड़े ईटीएफ में नए निवेश भी मददगार साबित हुए। निवेशक मानते हैं कि बुधवार से शुरू हुए सरकारी कामकाज के बंद होने की वजह से पैसा सुरक्षित संपत्तियों की ओर जाएगा। बाजार में इसे ‘डीबेसमेंट ट्रेड’ कहा जा रहा है। फाल्कनएक्स के बाजार सह-प्रमुख जोशुआ लिम ने कहा कि शेयर, सोना और यहां तक कि पोकेमोन कार्ड जैसी कलेक्टिबल चीजें भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रही हैं। ऐसे में बिटकॉइन का डॉलर के अवमूल्यन से लाभ उठाना कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
अक्टूबर को बिटकॉइन के लिए पारंपरिक रूप से मजबूत महीना माना जाता है, जिसे क्रिप्टो दुनिया में ‘Uptober’ कहा जाता है। पिछले दस वर्षों में अक्टूबर के महीने में बिटकॉइन ने नौ बार मूल्य बढ़ाया है। इस साल भी यह तेजी जारी रही और बिटकॉइन का मूल्य 30% से अधिक बढ़ गया है।
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बिटकॉइन की इस तेजी में बड़े सार्वजनिक कंपनियों का निवेश भी अहम रहा। माइकल सेयलर की Strategy जैसी कंपनियों ने बिटकॉइन स्टॉकपाइल किया है, जिससे अन्य फर्मों और छोटे डिजिटल एसेट्स जैसे एथर में भी रुचि बढ़ी है।
अमेरिकी शेयर बाजारों ने शुक्रवार को रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की, मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े बड़े सौदों और साझेदारियों के चलते, जिससे लंबे समय तक सरकारी कामकाज बंद रहने और कमजोर व्यापारिक गतिविधियों की चिंताओं में राहत मिली। इस दौरान ट्रेजरी और डॉलर कमजोर हुए और सोना लगातार सातवें सप्ताह लाभ में रहा, जो केंद्रीय बैंक की खरीद और कम ब्याज दरों व मुद्रास्फीति की चिंताओं से समर्थन प्राप्त कर रहा है।
ब्लूमबर्ग के हवाले से स्टैंडर्ड चार्टर्ड के डिजिटल एसेट्स रिसर्च प्रमुख ज्योफ केंड्रिक का कहना है कि इस बार सरकारी कामकाज का बंद होना बिटकॉइन के लिए मायने रखता है। उन्होंने बताया कि बिटकॉइन इस दौरान बढ़ने की संभावना रखता है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार 2018-2019 में जब सरकारी कामकाज बंद हुआ था, तब बिटकॉइन पारंपरिक जोखिम संपत्तियों के साथ नहीं चल रहा था, लेकिन अब स्थिति अलग है।
बिटकॉइन के तेजी से बढ़ते रिटर्न, मार्केट कैप और कॉर्पोरेट निवेश ने निवेशकों की उम्मीदें और बढ़ा दी हैं। 7 दिनों में बिटकॉइन ने करीब 15% रिटर्न दिया और 24 घंटे में करीब 2% की वृद्धि दर्ज की गई। इसकी मार्केट वैल्यू 2.4 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गई है, जिससे अमेजन (2.37 ट्रिलियन डॉलर) को पीछे छोड़ते हुए यह दुनिया की सातवीं सबसे मूल्यवान संपत्ति बन गई है।