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सेंसेक्स और निफ्टी में एक महीने की सबसे बड़ी गिरावट

Last Updated- December 12, 2022 | 9:22 AM IST

वैश्विक बाजार में गिरावट और बैंकिंग शेयरों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार में एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। दुनिया के कई देशों में कोविड-19 के मामले बढऩे से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। एक दिन पहले 50,000 के स्तर को छूने के बाद बेंचमार्क सूचकांक आज 746 अंक लुढ़ककर 48,878.5 पर बंद हुआ। इससे पहले लगातार 11 हफ्ते तक सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ था। निफ्टी भी 218 अंक नीचे 14,372 पर बंद हुआ।
बंधन बैंक का की परिसंपत्ति गुणवत्ता प्रभावित होने और प्रावधान बढऩे से निवेशकों ने बैंकिंग शेयरों की बिकवाली की जिससे बैंक निफ्टी में 3.2 फीसदी की गिरावट आई। दिसंबर तिमाही के नतीजों से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2.3 फीसदी गिरावट पर बंद हुआ। ऐक्सिस बैंक और आईस्ीआईसीआई बैंक में 3.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। धातु कंपनियों में सेल का शेयर 10 फीसदी और जिंदल स्टील तथा हिंदुस्तान कॉपर 5 फीसदी की गिरावट पर बंद हुआ। हालांकि बजाज ऑटो, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टीसीएस के शेयरों में तेजी से बाजार को थोड़ा सहारा मिला। बेहतर नतीजों की वजह से बजाज ऑटो 10 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

सरकार ने सीएसआर नियमों में किया बदलाव
सरकार ने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) नियमों में संशोधन किए हैं। जिन नियमों में संशोधन हुए हैं उनमें कंपनियों को बहु-वर्षीय परियोजनाएं पूरी करने की इजाजत और कंपनियों की तरफ से सीएसआर गतिविधियां क्रियान्वित करने वाली एजेंसियों का पंजीकरण भी शामिल हैं। सरकार ने शुक्रवार को इस संबंध में घोषणा की। इनके अलावा कंपनियां सीएसआर के तहत खर्च की गई अधिशेष रकम की भरपाई के लिए तीन वित्त वर्षों में कर सकती हैं। कंपनियों को सीएसीआर के जरिये लाभार्थिंयों या सार्वजनिक प्राधिकरणों के नाम पर परिसंपत्तियां सृजित करने या अधिग्रहीत करने की भी इजाजत दी गई है।

First Published - January 22, 2021 | 11:13 PM IST

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