बढ़त की रफ्तार जारी रखते हुए गुरुवार को बाजार बैंकिंग, FMCG व फार्मा शेयरों में मजबूत तेजी के दम पर नई ऊंचाई पर पहुंच गए। शुरुआती कारोबार में लाल निशान में फिसलने वाले बेंचमार्क सेंसेक्स व निफ्टी ने सत्र की समाप्ति 0.7 फीसदी से ज्यादा की बढ़त पर की। एक ओर जहां सेंसेक्स पहली बार 67,500 के पार निकल गया, वहीं निफ्टी 20,000 से महज कुछ ही दूर रहा।
सेंसेक्स 474 अंक चढ़कर 67,572 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 146 अंक उछलकर 19,979 पर टिका। 50 शेयर वाले इंडेक्स ने कारोबारी सत्र के दौरान 19,992 के उच्चस्तर को छुआ, जो 20,000 के काफी करीब है। पहली बार छह साल पहले इस इंडेक्स ने 10,000 का स्तर छुआ था। इस साल अब तक के लिहाज से निफ्टी 10.4 फीसदी चढ़ चुका है। बाजार के भागीदारों का मानना है कि यह तेजी भारत के सुधरते फंडामेंटल को प्रमाणित करता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के कार्यकारी निदेशक व सीआईओ एस नरेन ने कहा, भारत ढांचागत तौर पर काफी अच्छी स्थिति में नजर आ रहा है, जहां फंडामेंटल बेहतर है और कई सुधारों पर काम हो रहा है। इस वजह से भारत का बाजार मूल्यांकन बाकी दुनिया के मुकाबले ऊंचा बना हुआ है।
मौजूदा तेजी को विदेशी निवेशक आगे बढ़ा रहे हैं। अप्रैल-जून तिमाही में उन्होंने भारतीय बाजार में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। जुलाई में अब तक उनका निवेश 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का रहा है। शुक्रवार को विदेशी निवेशक 3,371 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे।
IT व टिकाऊ उपभोक्ता को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रीय सूचकांक हरे निशान के साथ बंद हुए। वित्तीय क्षेत्र, एफएमसीजी और फार्मा सबसे ज्यादा चढ़े और इनके सूचकांकों में एक-एक फीसदी से ज्यादा फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
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विश्लेषकों को उम्मीद है कि निफ्टी जल्द ही 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार चला जाएगा, हालांकि इसके लिए जरूरी है कि कंपनियों के नतीजे उम्मीद के मुताबिक हों। बाजार बंद होने के बाद नतीजे घोषित करने वाली इन्फोसिस ने पहली तिमाही में लाभ में 10.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है, लेकिन मांग के बढ़ते चुनौतीपूर्ण माहौल के बीच वित्त वर्ष 24 के लिए राजस्व में बढ़ोतरी का अनुमान पहले 4 से 7 फीसदी के मुकाबले घटाकर 1 से 3.5 फीसदी कर दिया है। नतीजे की घोषणा के
बाद अमेरिका में सूचीबद्ध उसके डिपॉजिटरी रिसीट्स में तेज गिरावट आई। सेंसेक्स व निफ्टी के शेयरों में आईटीसी सबसे ज्यादा 2.8 फीसदी चढ़ा क्योंकि होटल कारोबार को अलग करने की खबर है। आईटीसी का शेयर अब तक के सर्वोच्च स्तर 492 रुपये पर बंद हुआ, जो उसे 6 लाख करोड़ रुपये बाजार पूंजीकरण के पार निकलने वाली सातवीं कंपनी बनाता है।
कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में भी ज्यादा बढ़त दर्ज हुआ। दूसरी ओर, अल्ट्राटेक, एचसीएल टेक और बजाज फिनसर्व आदि नुकसान में रहे। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पहली तिमाही के नतीजे शुक्रवार को घोषित होंगे। रिलायंस की वित्तीय सेवा इकाई के लिए बाजार की तरफसे उम्मीद से ज्यादा मूल्यांकन के कारण उसका शेयर एक फीसदी से ज्यादा चढ़ा।
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मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, मौजूदा रफ्तार और बाजार की स्पष्ट ताकत को देखते हुए ज्यादा संभावना है कि निफ्टी शुक्रवार को 20,000 के पार निकल जाए। मजबूत कंपनियों के नतीजे अल्पावधि में बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं। निवेशक रिलायंस के नतीजे की प्रतीक्षा कर रहा है, जो शुक्रवार को घोषित होगा। साथ ही निवेशकों की नजर जियो फाइनैंशियल की सूचीबद्धता को लेकर प्रबंधन की टिप्पणियों पर भी होगी।
सुबह बाजार मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच खुले। बुधवार को अमेरिकी बाजार कुछ बढ़त के साथ बंद हुए, व वहीं एशियाई बाजारों की चाल गुरुवार को शुरुआती कारोबार में मिश्रित रही।