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आर्बिट्राज फंड हैं फायदे का सौदा

Last Updated- December 07, 2022 | 8:03 AM IST

भारतीय शेयर बाजार में संकट जारी है। संवेदी सूचकांक सेंसेक्स लड़खड़ा कर 14 हजार अंक और  निफ्टी 4 हजार के आसपास मंडरा रहा है।


अधिकांश कंपनियों के शेयर में गिरावट देखी जा रही है। म्युचुअल फंड भी अच्छा रिटर्न देने में विफल नहीं रहे हैं। इन सभी चिंताओं के बीच हम आपको एक फायदेमंद जानकारी देने जा रहे हैं। जहां बाजार से हमें निराशा का सामना करना पड़ रहा है वहीं म्युचुअल फंड की एक श्रेणी ऐसी है जो वास्तव में अच्छा रिटर्न दे रही है। वह है आर्बीट्राज फंड्स।

आर्बिट्राज फंड इक्विटी से अच्छी कमाई करने का अच्छा रास्ता है। इस फंड में जोखिम भी कम है। आर्बिट्राज फंड का उद्देश्य है स्पॉट मार्केट (कैश सेगमेंट) और डेरिवेटिव्स मार्केट (फ्यूचर्स ऐंड ऑप्शंस सेगमेंट) के बीच शेयर कीमत के अंतर का लाभ उठाना। हमें इस कॉनसेप्ट को परिकल्पित स्थिति के साथ समझाना होगा। मान लीजिए एक्सवाईजेड कंपनी का शेयर स्पॉट मार्केट में 500 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह इस शेयर का कारोबार डेरिवेटिव्स मार्केट में भी किया जा रहा है जहां इस शेयर की कीमत 510 रुपये है।

जब आर्बिट्राज फंड मैनेजर यह कीमत अंतर देखता है तो वह एक्सवाईजेड के शेयर को बेच देता है और कैश सेगमेंट से 500 रुपये के हिसाब से उतने ही शेयर खरीद लेता है। इस तरह से वह 10 रुपये प्रति शेयर का जोखिम-मुक्त मुनाफा कमाता है। इस तरह से निवेशक पूरे बाजार के उतार-चढ़ाव की परवाह किए बगैर यह मुनाफा कमा सकता है। फंड मैनेजर अपने ट्रांजेक्शन में फेरबदल कर डेरिवेटिव मार्केट में खरीदारी करता है और अपनी इक्विटी को स्पॉट मार्केट में बेचता है। इस तरह से वह ज्यादा मुनाफा कमाने में सफल रहता है। अच्छे मुनाफे के लिए आर्बिट्राज फंड में बड़ी संख्या में ऐसे ट्रांजेक्शन किए जाते हैं।

स्पष्ट तौर पर आर्बिट्राज फंड उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन करने वाले डेट फंड हैं और आर्बिट्राज फंड का रिटर्न एक साल बाद कर-मुक्त होगा। लेकिन मुख्य चिंता परिसंपत्ति के बढ़ने को लेकर होगी। यदि आर्बिट्राज फंड की प्रबंधन के अधीन परिसपंत्ति (एयूएम) तेजी से बढ़ती है तो पर्याप्त आर्बिट्राज अवसरों के अभाव के कारण इस संपत्ति का बड़ा हिस्सा मुद्रा बाजार आदि में लगाया जाएगा। हालांकि अभी यह चिंता करने का समय नहीं है  क्योंकि अधिकतर शेयर डेरिवेटिव बाजारों में पेश किए जा रहे हैं। इसलिए आर्बिट्राज फंड्स के लिए निवेश का दायरा व्यापक रूप से बढ़ रहा है।

इसलिए क्या हमें आर्बिट्राज फंड में निवेश का विकल्प चुनना चाहिए? यह तथ्य और आंकड़ों के हिसाब से बिल्कुल सही है। आर्बिट्राज फंड डेट या इन्कम फंड्स की तुलना में अधिक रिटर्न देते हैं और एक साल के बाद इनकी आमदनी कर-मुक्त होती है। लेकिन संपत्ति का बढ़ना चिंता का कारण बन सकता है, लेकिन फिलहाल इसे लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। फिलहाल यह श्रेणी परिसंपत्तियों की मध्यम राशि का प्रबंधन करती है और 10 फंडों से बनी है। बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है, स्पॉट और डेरिवेटिव बाजारों के बीच गलत कीमत निर्धारण की आशंका अधिक है। इसलिए अब आर्बिट्राज फंड निवेश का सबसे पसंदीदा निवेश स्वरूप होंगे।

First Published - June 29, 2008 | 10:47 PM IST

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