facebookmetapixel
आईपीओ में म्यूचुअल फंडों की भारी हिस्सेदारी, निवेशकों की नजरें बढ़ींविदेशी बाजारों की सुस्ती से ऑटो कलपुर्जा कंपनियों पर दबावAI बना एयरटेल का ग्रोथ इंजन, कैपेक्स और ऑपेक्स दोनों पर दिखा फायदाStocks to Watch Today: Wipro, Dr Reddy’s, Paytm समेत कई शेयर फोकस में; चेक करें लिस्ट100 गीगावॉट लक्ष्य के लिए भारत में परमाणु परियोजनाओं में बीमा और ईंधन सुधारों की जरूरत: एक्सपर्टCII ने बजट 2026-27 में निवेश और विकास बढ़ाने के लिए व्यापक सुधारों का रखा प्रस्तावRBI ने बैंकों को कहा: सभी शाखाओं में ग्राहकों को बुनियादी सेवाएं सुनिश्चित करें, इसमें सुधार जरूरीसाल 2025 बना इसरो के लिए ऐतिहासिक: गगनयान से भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की उलटी गिनती शुरूदिल्ली देखेगी मेसी के कदमों का जादू, अर्जेंटीना के सुपरस्टार के स्वागत के लिए तैयार राजधानीदमघोंटू हवा में घिरी दिल्ली: AQI 400 के पार, स्कूल हाइब्रिड मोड पर और खेल गतिविधियां निलंबित

प्रदर्शन मापने के लिए एआईएफ को बेंचमार्क मिला

Last Updated- December 14, 2022 | 11:24 PM IST

वैकल्पिक निवेश फंडों (एआईएफ) के लिए अब ऐसे बेंचमार्क होंगे जिनके तहत निवेशक प्रदर्शन का आकलन कर सकेंगे। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने इनकी पेशकश की घोषणा की। उसने एक बयान में कहा कि ये बेंचमार्क सभी तीनों एआईएफ श्रेणियों से जुड़े होंगे। एआईएफ अमीर निवेशकों के लिए अत्याधुनिक निवेश विकल्प हैं। इनमें न्यूनतम निवेश सीमा 1 करोड़ रुपये की है। मौजूदा समय में एआईएफ की तीन श्रेणियां हैं। पहली में वेंचर कैपिटल फंड और इन्फ्रास्टक्चर फंड शामिल हैं। दूसरी श्रेणी में निजी इक्विटी फंड शामिल हैं। तीसरी श्रेणी जटिल कारोबार रणनीतियों और जोखिम, जैसे हेज फंडों के इस्तेमाल से जुड़ी हुई है। चूकि इनमें से कई फंड बेनकदी प्रतिभूतियों या योजनाओं में निवेश करते हैं जिनमें व्यापक तौर पर कारोबार नहीं होता और रिटर्न का आकलन मुश्किल हो सकता है।

First Published - October 1, 2020 | 11:18 PM IST

संबंधित पोस्ट