टाटा मोटर्स DVR (डिफरेंशियल वोटिंग राइट्स) का शेयर सोमवार को BSE में कारोबारी सत्र के दौरान 2.6 फीसदी चढ़कर 301 के पार निकल गया। यह शेयर छह साल के लंबे अंतराल के बाद 300 रुपये के पार निकला है। अभी यह फरवरी 2017 के बाद के सर्वोच्च स्तर पर ट्रेडिंग कर रहा है।
इस कैलेंडर वर्ष में कंपनी की बाजार कीमत 46 फीसदी चढ़ी है जबकि एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स में 2.6 फीसदी का इजाफा हुआ है।
DVR शेयर उन शेयरों को कहा जाता है जिसे अलग वोटिंग अधिकार व अलग लाभांश अधिकार के साथ जारी किया जाता है। दो मायनों में डीवीआर शेयर, सामान्य शेयरों से अलग होते हैं।
पहला, सामान्य शेयरों के मुकाबले इनमें वोटिंग के अधिकार कम होते हैं। ये शेयर उन कंपनियों के लिए फायदेमंद होते हैं जो कंपनी का प्रभावी नियंत्रण कम करके बाजार से रकम जुटाना चाहती हैं। दूसरा, कम वोटिंग अधिकार के चलते डीवीआर शेयर को 10-20 फीसदी ज्यादा प्रीमियम का भुगतान किया जाता है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के मुताबिक, इनमें आदर्श तौर पर छोटे व खुदरा शेयरधारकों के निवेशका मतलब बनता है क्योंकि वे सामान्य तौर पर वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेते। ज्यादा लाभांश के लिए अपना वोटिंग अधिकार का एक हिस्सा त्यागना इन शेयरधारकों के लिए बेहतर होता है। इसके अतिरिक्त, चूंकि डीवीआर भारतीय संदर्भ में हमेशा 30-40 फीसदी छूट पर होते हैं, ऐसे में ज्यादा लाभांश का भुगतान DVR को ज्यादा आकर्षक बना देता है। ब्रोकरेज ने ये बातें कही।
12 मई को निदेशक मंडल की बैठक में 2 रुपये प्रति शेयर का लाभांश (डिविडेंड) सामान्य शेयरों को देने और 2.10 रुपये प्रति शेयर ‘A’ सामान्य शेयरों को देने की सिफारिश की थी, जो 31 मार्च 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए थी।