अमेरिका के प्रमुख निवेश बैंक लीमन ब्रदर्स के दिवालिया घोषित होने से भारत समेत दुनियाभर के बाजारों में दिनभर उथल-पुथल का माहौल रहा।
भारतीय शेयर बाजार सोमवार को जहां बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए, वहीं मंगलवार को भी उनकी शुरुआत बेहद खराब रही। हालांकि बाद में घरेलू निवेशकों और बड़ी कंपनियों की ओर से खरीदारी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से बाजार ने अच्छी वापसी की।
सुबह बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स जहां 428 अंक लुढ़क गया था, वहीं दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद कारोबार समाप्ति पर यह 12.47 अंक नीचे 13,518.80 के स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी उतार-चढ़ाव के बीच 2 अंकों की बढ़त के साथ 4,074.90 के स्तर पर बंद रहा।
एशियाई बाजारों की बात करें, तो इंडोनेशियाई बाजार को छोड़कर सभी प्रमुख बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के बाजारों में गिरावट का रुख देखा गया। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग खंड के शेयरों में देखी गई।
वॉल स्ट्रीट में दिनभर गिरावट का रुख बना रहा और वर्ष 2002 के बाद सबसे अधिक 500 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। स्टैंडर्ड एंड पुअर्स में भी 4.5 फीसदी की नरमी देखी गई। सोमवार को डाऊ जोंस 504.48 अंक गिरकर 10,917.51 के स्तर पर बंद हुआ, तो स्टैंडर्ड एंड पुअर्स 500 सूचकांक 59 अंक लुढ़क कर 1,192.70 के स्तर पर बंद हुआ।
नैस्डेक कंपोजिट में 81.36 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 2,179.90 के स्तर पर बंद हुआ। बीएसई के क्षेत्रीय सूचकांकों में तेल एवं गैस, सार्वजनिक क्षेत्र और एफएमसीजी सूचकांक मामूली बढ़त पर रहे। बैंकिंग सूचकांक में भी आधे फीसदी की तेजी देखी गई। लेकिन अचल संपत्ति सूचकांक करीब 4 फीसदी लुढ़क गया।
फार्मा और धातु सूचकांक भी 2 फीसदी की गिरावट पर रहे, जबकि ऊर्जा और वाहन सूचकांकों में मामूली गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा तेजी करीब 6.50 फीसदी एसबीआई के शेयरों में देखी गई। इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, टाटा मोटर्स के शेयरों में 2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा, भेल, भारती एयरटेल, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और एनटीपीसी के शेयरों में मामूली बढ़त देखी गई।
सेंसेक्स
12.47 अंक लुढ़का
13,518.80 के स्तर पर बंद
निफ्टी
2.00 अंक चढ़ा
4,074.90 के स्तर पर बंद