नई पीढ़ी के उद्यमियों को कारोबारी प्रबंधन के तमाम पहलुओं से अवगत कराने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) और दूसरे बी-स्कूल अब कारोबार के सबसे पुराने और आम ढांचे पर ध्यान दे रहे हैं।
दरअसल अब प्रबंधन संस्थानों ने उद्यमियों को फैमिली बिजनेस को संभालने के गुर सिखाने का मन बनाया है।आईआईएम बेंगलुरु (आईआईएम-बी) ने मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर इंटरप्रेनुअर्स ऐंड फैमिली बिजनेस (एमपीईएफबी) नाम से एक पाठयक्रम पेश किया है। इस पाठयक्रम में वे लोग दाखिला ले सकते हैं जो स्नातक हों और पारिवारिक व्यवसाय चला रहे हों।
यह पाठयक्रम एनएस राघवन सेंटर फॉर इंटरप्रेन्युरियल लर्निंग (एनएसआरसीईएल) संस्थान के अधीन चलाया जाएगा। कोर्स की अवधि 9 फरवरी 2009 से 5 फरवरी 2010 के बीच होगी और इसमें 25 से 45 आयु वर्ग के लोग दाखिला ले सकेंगे।
आईआईएम-बी के अनुसार इस पाठयक्रम का उद्देश्य उन उद्यमियों को कारोबारी प्रबंधन कला में दक्ष करना है जो अपना पारिवारिक कारोबार देख रहे हैं।
इन उद्यमियों को एक कारोबारी मॉडल की जानकारी दी जाएगी। पाठयक्रम पूरा होने के बाद उद्यमियों को एनएसआरसीईएल की ओर से प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
आईआईएम इंदौर ने भी पारीवारिक व्यवसाय में उद्यमियों को निपुण बनाने के लिए फैमिली ओन्ड बिजनेस और इंटरप्रेन्युअरशिप (पीजीसीएफओबीई) में एक पोस्ट ग्रैजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम की घोषणा की है।
इस पाठयक्रम की खास बात यह है कि ये उन उद्यमियों के लिए तो हैं ही जो परिवार का कारोबार संभाल रहे हैं, साथ ही यह उन लोगों को भी ध्यान में रख कर तैयार किया गया है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।
वहीं एक प्रमुख वैश्विक कारोबारी स्कूल आईएमडी ने हाल ही में नई दिल्ली में सालाना फैमिली बिजनेस नेटवर्क वर्ल्ड समिट आयोजित किया था।
इस सम्मेलन का थीम था, ‘फैमिली बिजनेस वैल्यूस- फॉर सस्टेनेबल सक्सेस इन द ग्लोबल इकोनोमी’। आईएमडी में पारिवारिक व्यवसाय के प्रोफेसर जोआचिम स्वास ने बताया, ‘भारत में 95 फीसदी पंजीकृत कंपनियां ऐसी हैं जो फैमिली बिजनेस हैं या फिर उनका गठन उद्यम परिवारों के जरिए हुआ है।’
उन्होंने बताया कि इस वजह से यह जरूरी है कि पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े लोग कारोबारी रिश्तों को बेहतर तरीके से समझ सकें और अपने कारोबार का विस्तार कर सकें।
जो लोग अपने पारीवारिक व्यवसाय को बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए निरमा विश्वविद्यालय का प्रबंधन संस्थान फैमिली बिजनेस ऐंड इंटरप्रेन्युअरशिप में दो साल का पूर्णकालिक एमबीए पाठयक्रम चला रहा है।
इस पाठयक्रम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मंजूरी मिली हुई है। यह पाठयक्रम उन युवाओं को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है जो बिजनेस घरानों से ताल्लुक रखते हैं।
ठीक इसी तरह अहमदाबाद का इंटरप्रेन्युअरशिप डेवलपमेंट इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया भी बिजनेस इंटरप्रेन्युअरशिप में डिप्लोमा करा रहा है। यह पाठयक्रम उन स्नातकों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है जो बिजनेस इकाइयां लॉन्च करना या उनका प्रबंधन करना चाहते हैं।
साथ ही जो लोग अपने परिवार के व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहते हैं, यह पाठयक्रम उन्हें भी प्रशिक्षित करेगा। संचार, प्रबंधन और इंटरप्राइज में परा स्नातक कार्यक्रम (पीजीपीसीएमई) के तहत अहमदाबाद के मुद्रा इंस्टीटयूट ऑफ कम्युनिकेशन ने भी लीडरशिप इन फैमिली बिजनेस मैनेजमेंट पाठयक्रम को शामिल किया है।
वहीं नारसी मुंजी इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस) भी बिजनेस मैनेजमेंट में दो सालों का पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स चला रहा है।