वित्त जगत में छाई मंदी के बावजूद इस बार बेंगलुरु स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम-बी) के समर प्लेसमेंट में वित्तीय क्षेत्र का दबदबा देखने को मिला।
कैंपस में नियुक्ति के लिए आने वाली कुल कंपनियों में 21 फीसदी कंपनियां वित्तीय क्षेत्र और 20 फीसदी कंपनियां बैंकिंग क्षेत्र की थीं। चार दिन चले समर प्लेसमेंट में इस बैच के करीब 45 फीसदी छात्रों ने आई बैंक समेत वित्तीय क्षेत्रों में नौकरियां पाईं। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में संस्थान में इस बार स्लॉट जीरो में हुई नियुक्तियां 9 फीसदी कम रहीं।
इस बार जहां घरेलू कंपनियों के प्रस्ताव छात्रों को अधिक लुभावने लगे वहीं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की पेशकश थोड़ी कम रही। पिछले वर्ष जहां 105 छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से नौकरी के प्रस्ताव स्वीकार किए थे, वहीं इस बार इनकी संख्या घटकर 85 रह गई।
आईआईएम-बी में छात्र नियुक्ति समिति के सदस्य आदित्य कश्यप ने बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से अपेक्षाकृत कम प्रस्ताव आए, वहीं कुछ छात्रों ने घरेलू प्रस्तावों में ही अधिक भरोसा जताया।
इस बार आईसीआईसीआई बैंक, बैंक मस्कट, यूएई एक्सचेंज और रिसल्ट ने विदेशों में नौकरी के प्रस्ताव रखे। इस बार प्लेसमेंट के लिए हालांकि पिछली बार की तुलना में ज्यादा कंपनियां आईं। पिछले साल आईआईएम-बी में 65 कंपनियों ने शिरकत की थी जबकि इस बार 110 कंपनियां छात्रों को नियुक्त करने आई थीं।
संस्थान में प्लेसमेंट विभाग के अध्यक्ष सौरव मुखर्जी ने कहा, ‘इस बार हमने ज्यादा कंपनियों को बुलाया था क्योंकि हमें अंदाजा था कि पिछली बार की तुलना में इस बार हर कंपनी कम छात्रों को नौकरी का प्रस्ताव रख सकती हैं।’
पिछली बार जहां हर कंपनी ने औसतन 4 छात्रों को नौकरी की पेशकश की थी वहीं इस बार यह घटकर 2.5 रह गया। प्लेसमेंट समिति ने बताया कि इस बार के बैच में घरेलू कंपनियों ने छात्रों को औसतन अधिक स्टाइपेंड की पेशकश की । हालांकि समिति ने इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया कि छात्रों को कितना स्टाइपेंड का ऑफर दिया गया।
इस बार के प्लेसमेंट में बूज ऐंड को, आईसीआरए मैनेजमेंट कंसल्टिंग, विप्रो कंसल्टिंग, बैंक मस्कट, मॉर्गन स्टैनली इन्फ्रास्ट्रक्चर और गोल्डमैन सैक्स स्ट्रैटेजी जैसी कुछ कंपनियों ने पहली बार शिरकत की। कुल 268 छात्रों में से स्लॉट जीरो में 121 और स्लॉट वन में 138 छात्रों को नौकरी मिली।