विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने अपने निकाले गए कर्मचारियों को भले ही वापस ले लिया, लेकिन इस घटना ने नि:संदेह ही विमानन उद्योग पर भय की तलवार लटका दी है।
देश भर के विमानन स्कूल अब नुकसान की भरपाई करने में लग गए हैं। वे अपने छात्रों को यह आश्वासन दे रहे हैं कि बुरा समय गुजर चुका है।इलेक्ट्रोथर्म-प्रवर्तित अहमदाबाद एविएशन ऐंड एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एएए) का ही उदाहरण ले लीजिए।
नागरिक विमानन महानिदेशक (डीजीसीए) द्वारा स्वीकृत यह संस्थान पायलट के प्रशिक्षण, विमानन प्रबंधन, केबिन क्रू और एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग में पाठयक्रमों की पेशकश करता है। एएए अहमदाबाद और मेहसाणा एयरफील्ड में एस वी पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अपने हैंगर में उड़ान प्रशिक्षण मुहैया कराता है।
संस्थान के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शैलेश भंडारी कहते हैं, ‘ऐसे मामलों पर प्रतिक्रिया के लिए यह बढ़िया समय नहीं है। न सिर्फ विमानन उद्योग बल्कि समूची अर्थव्यवस्था उतार-चढ़ाव से गुजर रही है। लेकिन यह देखने की जरूरत है कि क्या यह गिरावट सिर्फ एक चक्रीय चरण है। यह समय जल्दबाजी में फैसले लेने के बजाय देखो और इंतजार करो पर अमल करने के लिए उपयुक्त होगा।
विमानन उद्योग पर संकट अस्थायी है और एक साल के अंदर स्थिति में सुधार आएगा।’
एवलॉन एविएशन एकेडेमी के प्रमुख (सेंटर) धीरज अग्रवाल का कहना है, ‘हाल के समय में कुछ एयरलाइनों द्वारा उठाए गए कदम हमारे लिए निश्चित रूप से चिंताजनक हैं।
लेकिन हमारा मानना है कि बुरा वक्त अब बीत चुका है और इस उद्योग को मौजूदा उथल-पुथल से उबरने में सिर्फ 6 महीने का समय लगेगा। अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों एमिरेट्स और कतर एयरवेज, जो इस समय अच्छा कारोबार कर रही हैं, ने हमारे छात्रों को रखने में दिलचस्पी दिखाई है।हालांकि भारत सरकार कुछ ठोस कदम उठाएगी, क्योंकि वह लंबे समय तक किसी बड़े उद्योग को बुरे दौर में फंसे नहीं देख सकती। जब तक भारी मंदी रहती है, तब तक हमारा उद्योग साल में महज 5-6 फीसदी तक का इजाफा करेगा और भविष्य में विमानन में कैरियर फिर से चमकेगा।’
6 महीने से एक साल की अवधि वाले पाठयक्रम के लिए छात्र 45,000 रुपये और 100,000 रुपये के बीच शुल्क चुकाते हैं। आजीविका की तलाश के लिए पढ़ाई के लिए बैंकों से ऋण लेने के बाद ये छात्र स्वयं को स्थिर पा रहे हैं। लेकिन यह चिंताजनक माहौल छात्रों को पाठयक्रमों से अलग करने में विफल रहा है।
इन छात्रों का मानना है कि इस क्षेत्र में ढेरों अवसर मौजूद हैं। ग्राउंड स्टाफ सर्विस में डिप्लोमा कर रहे रौनक शर्मा शुरू में बेहद ‘चिंतित’ थे, लेकिन अब उन्हें इस उद्योग में संभावनाएं दिखाई दे रही हैं।
शर्मा कहते हैं, ‘मैंने अगले महीने मुंबई एयरपोर्ट के साथ इंटर्नशिप की तलाश में हूं। उस वक्त मेरा पाठयक्रम भी पूरा हो जाएगा। एयरवेज द्वारा कर्मचारियों की छंटनी की खबरों से शुरू में मेरा विश्वास डगमगा गया था। लेकिन जेट एयरवेज के 1900 कर्मचारियों की वापस ले लिया गया है। मेरा मानना है कि यह महज एक गुजरा हुआ चरण है। इस साल नवंबर के अंत में हमारा पाठयक्रम पूरा होने जा रहा है। हमें अच्छे घरेलू या अंतरराष्ट्रीय प्लेसमेंट की उम्मीद है क्योंकि एकेडेमी ने भी 100 फीसदी प्लेसमेंट या फिर 50 फीसदी रकम लौटाने का वादा किया है।’