प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को नेक्सा एवरग्रीन परियोजना से जुड़े 2,700 करोड़ रुपये के धनशोधन मामले की जांच के लिए राजस्थान और गुजरात के 24 ठिकानों पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया।
सूत्रों के मुताबिक, ‘ईडी ने नेक्सा एवरग्रीन के खिलाफ राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर दर्ज की है। उन्होंने गुजरात के धोलेरा में जमीन के भूखंडों और अधिक रिटर्न का लालच देकर निवेशकों से 2,700 करोड़ रुपये की ठगी की। निदेशालय के अधिकारियों ने सीकर, जयपुर, जोधपुर, झुंझुनू और अहमदाबाद में 24 स्थानों पर छापेमारी की।’
कंपनी पर गुजरात के छोलेरा में सस्ते फ्लैटों और भूखंड की पेशकश कर 62,000 लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है। कंपनी ने जहां निवेशकों को जमीन नहीं दी थी वहां उनके निवेश पर ऊंचा रिटर्न देने का आश्वासन दिया था। हालांकि, शुरू में कुछ लोगों को जमीन दे दी मगर बाद में पता चला कि यह धोखाधड़ी है, जिसके बाद निवेशकों को ठगे जाने का अहसास हुआ।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कंपनी ने भ्रामक वादे कर निवेशकों से करीब 2,700 करोड़ रुपये ठग लिए थे।राजस्थान के सीकर के निवासी सुभाष बिजारणिया और रणवीर बिजारणिया इस कंपनी के प्रवर्तक हैं।