facebookmetapixel
Tata Group में नई पीढ़ी की एंट्री! नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा बने ट्रस्टी, जानिए क्या है रतन टाटा से कनेक्शनभारत-भूटान ने किए 7 समझौते, 4000 करोड़ रुपये के ऊर्जा ऋण का ऐलान₹12 तक डिविडेंड पाने का आज आखिरी मौका! कल ये 6 कंपनियां करेंगे एक्स डेट पर ट्रेडलाल किले के पास विस्फोट की जांच अब NIA करेगी, पुलवामा से जुड़े मॉड्यूल पर सतर्कताअचल संपत्ति बेचना ‘सेवा’ नहीं, यह सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर: सुप्रीम कोर्ट तेजी का मौका! एनालिस्ट ने बताए 3 स्टॉक्स जो पहुंच सकते हैं ₹2,980 तकग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्य में बदलाव, 2030 तक 30 लाख टन उत्पादन का नया टारगेटStock Market Today: गिफ्ट निफ्टी से पॉजिटिव संकेत, एशियाई बाजारों में तेजी; आज चढ़ेगा या गिरेगा बाजार ?क्विक कॉमर्स में मुनाफे की नई दौड़ शुरू! मोतीलाल ओसवाल ने Swiggy और Eternal पर जारी किए नए टारगेट्सIRDAI की नजर स्वास्थ्य बीमा के दावों पर, निपटान राशि में अंतर पर चिंता

इस वजह से टूट गई ZEE और Sony की मर्जर डील! सामने आया असली कारण

मर्जर सौदा रद्द होने के बाद ज़ी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है और यह अब तक 30 प्रतिशत तक लुढ़क चुके है।

Last Updated- January 30, 2024 | 10:08 AM IST
Zee Q2 Results

Sony Zee Merger: Sony ने ज़ी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) के साथ अपनी भारतीय कंपनी के 10 बिलियन डॉलर के मर्जर सौदे की कुछ ‘वित्तीय शर्तों’ को पूरा करने में विफल रहने की वजह रद्द किया था। रायटर्स ने टर्मिनेशन लेटर के हवाले से यह जानकारी दी है।

दूसरी तरफ, ZEE Entertainment ने सोनी को लिखे एक पत्र में आरोपों से इनकार किया है और जापानी कंपनी पर मर्जर को रद्द करने में ‘विश्वास की कमी’ का आरोप लगाया।

बता दें कि अगर ZEE और SONY का मर्जर हो जाता तो यह दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश भारत में खेल, मनोरंजन और समाचार के 90 से ज्यादा चैनलों का एक बड़ा मीडिया पावरहाउस तैयार हो जाता।

सोनी ने 22 जनवरी को रद्द कर दिया था समझौता

Sony ने 22 जनवरी को मर्जर संबंधी योजनाओं को समाप्त कर दिया था। सोनी ने कहा था कि वह ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि दो साल की बातचीत के बाद “क्लोजिंग कंडीशन” शर्तों से संतुष्ट नहीं है। हालांकि, न तो सोनी और न ही ज़ी ने टर्मिनेशन लेटर को सार्वजनिक किया।

रॉयटर्स के अनुसार, सोनी के नोटिस में कहा गया है कि ज़ी नकदी उपलब्धता समेत कुछ वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए “व्यावसायिक रूप से उचित प्रयास करने में विफल” रहा। जबकि भारतीय नेटवर्क का कहना है कि “व्यावसायिक बुद्धिमता की कमी” के कारण सोनी ने यह निर्णय लिया है।

यह भी पढ़ें: Zee के साथ विलय टूटने के बाद बोले Sony के इंडिया हेड- इसके बावजूद कंपनी…

सोनी ने ज़ी से 9 करोड़ डॉलर भी मांगे

जापान की कंपनी सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन के पूर्ण स्वामित्व वाली सोनी पिक्चर्स ने इस बारे में ज़ी को नोटिस भेजा है। कंपनी ने सौदा खत्म करने के बदले ज़ी एंटरटेनमेंट से 9 करोड़ डॉलर भी मांगे हैं। जवाब में ज़ी के बोर्ड ने कहा कि वह शेयरधारकों के हित की रक्षा के लिए सभी कदम उठाएगा।

यदि दोनों कंपनियों का विलय हो जाता तो 10 अरब डॉलर की भारी भरकम मनोरंजन कंपनी तैयार हो जाती। आम मनोरंजन चैनलों के बाजार का तकरीबन 25 फीसदी हिस्सा उसी कंपनी के पास होता।

Zee Entertainment के शेयरों में गिरावट

उल्लेखनीय है कि यह मर्जर सौदा रद्द होने के बाद ज़ी एंटरटेनमेंट (Zee Entertainment) के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है और यह अब तक 30 प्रतिशत तक लुढ़क चुके है।

First Published - January 30, 2024 | 10:08 AM IST

संबंधित पोस्ट