facebookmetapixel
100 गीगावॉट लक्ष्य के लिए भारत में परमाणु परियोजनाओं में बीमा और ईंधन सुधारों की जरूरत: एक्सपर्टCII ने बजट 2026-27 में निवेश और विकास बढ़ाने के लिए व्यापक सुधारों का रखा प्रस्तावRBI ने बैंकों को कहा: सभी शाखाओं में ग्राहकों को बुनियादी सेवाएं सुनिश्चित करें, इसमें सुधार जरूरीसाल 2025 बना इसरो के लिए ऐतिहासिक: गगनयान से भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की उलटी गिनती शुरूदिल्ली देखेगी मेसी के कदमों का जादू, अर्जेंटीना के सुपरस्टार के स्वागत के लिए तैयार राजधानीदमघोंटू हवा में घिरी दिल्ली: AQI 400 के पार, स्कूल हाइब्रिड मोड पर और खेल गतिविधियां निलंबितUAE में जयशंकर की कूटनीतिक सक्रियता: यूरोप ब्रिटेन और मिस्र के विदेश मंत्री से की मुलाकात‘सच के बल पर हटाएंगे मोदी-संघ की सरकार’, रामलीला मैदान से राहुल ने सरकार पर साधा निशानासेमाग्लूटाइड का पेटेंट खत्म होते ही सस्ती होंगी मोटापा और मधुमेह की दवाएं, 80% तक कटौती संभवप्रीमियम हेलमेट से Studds को दोगुनी कमाई की उम्मीद, राजस्व में हिस्सेदारी 30% तक बढ़ाने की कोशिश

थम नहीं रही महंगाई की आग

Last Updated- December 05, 2022 | 9:23 PM IST

महंगाई की मार से बेचैन सरकार खाद्यान्न्न की कीमतों पर नियंत्रण के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है, लेकिन महंगाई है कि पूरी तरह से काबू में आने का नाम नहीं ले रही है।


तमाम सरकारी कवायद के बाद खाद्य तेलों की कीमतों में तो जरूर कमी आई है, लेकिन चावल  निर्यात को प्रतिबंधित करने के बावजूद इसकी कीमतों में कमी नहीं आ पाई है। उधर, सरकारी कवायद की मिठास चीनी की बढ़ती कीमतों से कम हो रही है। इसकी कीमत में दो रुपये का उछाल आया है। पिछले माह चीनी की कीमत 18 रुपये किलो थी, वहीं  अब 20 रुपये किलो बिक रही है।


हालांकि सरकार को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में चीनी की कीमतों में कमी आ सकती है, क्योंकि सरकार मई से सितंबर माह के दौरान बफर स्टॉक से 20 लाख टन चीनी खुले बाजार में बेचेने का इरादा किया है।


महंगाई से आहत सरकार ने पिछले महीने खाद्य तेलों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, वहीं कच्चे तेल के आयात पर सीमा शुल्क पूरी तरह खत्म कर दिया था। दाल और गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया। बासमती चावल के निर्यात को हतोत्साहित करने के मकसद से न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाकर 48,000 रुपये प्रति टन कर दिया गया और निर्यात पर डीईपीबी स्कीम के तहत मिलने वाली रियायत को भी खत्म कर दिया गया। बावजूद इसके महंगाई का चूहा हाथ नहीं आ रहा है।

First Published - April 14, 2008 | 2:22 AM IST

संबंधित पोस्ट