देश में जब कोरोनावायरस का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है तब ऐसे वक्त में टाटा समूह ने सोमवार को एक कोविड-19 जांच किट लॉन्च किया और कहा कि यह जांच किट आरटी-पीसीआर के मुकाबले काफी तेजी और आसान तरीके से नतीजे देगा। आरटी-पीसीआर जांच प्रक्रिया को जांच में सबसे मानक स्तर माना जाता है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सितंबर में कहा था, ‘टाटा और भारत सरकार ने संयुक्त रूप से नाक के नमूने की जांच की प्रक्रिया पर काम किया है जो देश में इस वक्त सबसे ज्यादा तरजीह दिए जा रहे रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) से ज्यादा सटीक है।’ टाटा समूह की स्वास्थ्य सेवा इकाई टाटा मेडिकल ऐंड डायग्नॉस्टिक्स के मुख्य कार्याधिकारी गिरीश कृष्णामूर्ति ने कहा कि कंपनी दक्षिण भारत के शहर चेन्नई में अपने संयंत्र में एक महीने में 10 लाख किट का निर्माण करेगी और फिर इसका दायरा तेजी से बढ़ा सकती है।
कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘टाटाएमडी चेक 90 मिनट में कोविड जांच के नतीजे दे सकती है और इसे अगले महीने से अस्पतालों और प्रयोगशालाओं के माध्यम से बेचा जाएगा। शुरुआती स्तर पर घरेलू बाजार पर ध्यान दिया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘जांच करने के लिए बड़े, महंगे उपकरणों की जरूरत नहीं है इसलिए यह अधिक सुलभ है और अधिक प्रयोगशालाएं जांच शुरू कर सकती हैं।’ कृष्णमूर्ति ने कहा कि स्वैब की जांच करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन पर आधारित एक प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकारी आंकड़ों से अंदाजा मिलता है कि पिछले 24 घंटे में देश में कोविड मामले 45,903 से बढ़कर 85.5 लाख हो गए। अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा संक्रमण है।
