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मिली थी जोखिम की चेतावनी

Last Updated- December 15, 2022 | 3:31 AM IST

नागरिक उड्डन महानिदेशालय के एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने पिछले साल अगस्त महीने में एयरलाइन प्रबंधन को चेतावनी दी थी कि एयर इंडिया को सुरक्षा को लेकर अपनी धारणा बदलने की जरूरत है, अन्यथा कोई भी आपदा आ सकती है।
डीजीसीए में संयुक्त महानिदेशक रहे एके चोपड़ा को नवंबर 2018 में एयर इंडिया के चेयरमैन  ने सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया था। उन्होंने एयरलाइंस द्वारा कांट्रैक्ट रद्द किए जाने के बाद पिछले साल अगस्त महीने में पद छोड़ दिया था। चोपड़ा ने इंजीनिरिंग, उड़ान की सुरक्षा, परिचालन और प्रशिक्षण के मानकों को लेकर चिंता जताई थी और कहा था कि कंपनी प्रबंधन जोखिम ले रहा है।
चोपड़ा ने एयलाइंस के चेयरमैन अश्विनी लोहानी और उसके वरिष्ठ प्रबंधन को 20 अगस्त को मेल में लिखा था, ‘हम बीते दिनों में सौभाग्यशाली रहे हैं, लेकिन सुरक्षा को भाग्य के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। हो सकता है कि अगली बार भाग्य हमारे पक्ष में न रहे। एयर इंडिया को सुरक्षा को लेकर अपनी धारणा बदलने की जरूरत है।’
चोपड़ा को सुरक्षा संबंधी मसलों पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सलाह देने के लिए एयरलाइन का सहयोग करने हेतु नियुक्त किया गया था।
अपने ईमेल में चोपड़ा ने कहा था कि एयरलाइंस का उड़ान सुरक्षा विभाग अलग थलग होकर काम कर रहा है और उसकी अन्य विभागों से खींचतान हो रही है। घटनाओं की जांच में देरी हो रही है और सिफारिशें पक्षपाती हैं। उन्होंने उड़ान सुरक्षा विभाग की स्वतंत्र जांच की सलाह देते हुए कहा था कि उड़ान सुरक्षा के प्रमुख हरप्रीत सिंह को हटाया जाना चाहिए, जो पद की नियामकीय जरूरतों का पूरा नहीं करते हैं।
चोपड़ा ने कहा कि पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने से दुर्घटनाओं की स्वैच्छिक रिपोर्टिंग को प्रोत्साहन नहीं मिलेगाऔर इससे खामियां दूर करना और कठिन हो जाएगा। सिंह ने चोपड़ा के अवलोकन को एक संदेश में झूठा करार दिया था, लेकिन विस्तार से कुछ नहीं कहा था।
इस सिलसिले में भेजे गए ई मेल के जवाब में एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस अलग एयरलाइन परमिट पर परिचालन करती है और इसकी उड़ान सुरक्षा के प्रमुख कैप्टन आशिश गणगुर्दे हैं। जवाब में कहा गया है, ‘श्री एके चोपड़ा का कांट्रैक्ट अगस्त 2019 में रद्द कर दिया गया था।’ एयरलाइंस ने सेवानिवृत्त डीजीसीएल अधिकारी द्वारा उठाए गए मसलों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इस मसले पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

First Published - August 12, 2020 | 12:13 AM IST

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