ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए केंद्र की तरफ से योजना कक्षों को सक्रिय करने के निर्देश दिए जाने के बाद आज राज्यों ने धार्मिक, सामाजिक समारोहों, रेस्तरां में सीमित क्षमता जैसी नई बंदिशें लगा दीं। राज्यों ने जमीनी स्तर पर निगरानी भी बढ़ा दी है।
दिल्ली में अब तक ओमीक्रोन के 57 मामले आ चुके हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह देश में ओमीक्रोन के सबसे अधिक मामलों वाला राज्य बन गया है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने क्रिसमस और नव वर्ष के जश्न जैसे सभी आयोजनों पर रोक के नए निर्देश जारी कर दिए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में रेस्तरां, बार, ऑडिटोरियम में क्षमता के 50 फीसदी लोगों को ही प्रवेश देने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शादी समारोहों में 200 लोगों की सीमा लागू कर दी है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में बिना दर्शकों के खेल गतिविधियों को मंजूरी दी गई है।
दिल्ली के जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे झुग्गी-झोपडिय़ों, बाजारों, कॉलोनियों का गहन सर्वेक्षण करें और कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन सुनिश्चित कराने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों के साथ मिलें। कार्यालयों और दुकानों में ‘बिना मास्क प्रवेश नहीं’ के नियम को लागू कर दिया गया है। प्राधिकरण ने जिलाधिकारियों से कहा, ‘नियमों को सख्ती से लागू करवाने और सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी रखने के लिए पर्याप्त संख्या में टीमें तैनात की जाएं।’
खबरों के मुताबिक पंजाब सरकार ने कर्मचारियों पर सख्ती करते हुए चेतावनी दी है कि अगर वे कोविड टीकाकरण का अपना प्रमाणपत्र जमा नहीं करते तो उनका वेतन भी रोका जा सकता है। केवल एक खुराक लगवाने पर भी कर्मचारी बच सकता है मगर उसे प्रमाणपत्र जमा कराना होगा।
तमिलनाडु ने 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लोगों को समुद्र तट पर जाने से रोकने का फैसला किया है। चेन्नई में आम तौर पर लोग नए साल पर मरीना बीच और बसंत नगर जैसी जगहों पर एकत्रित होते हैं। महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री ने आज संकेत दिया कि अगर ओमीक्रोन के मामले बढ़ते रहे तो स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया जा सकता है। राज्य में स्कूलों को इसी महीने खोला गया था।
कर्नाटक सरकार ने कल ही कहा था कि राज्य में 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक पार्टियों या बड़ी तादाद में लोगों के एकत्रित होने की मंजूरी नहीं दी जाएगी। क्लब और रेस्तरां को केवल 50 फीसदी क्षमता की मंजूरी दी जाएगी, लेकिन पार्टियों के आयोजन पर रोक है।
केंद्र ने मंगलवार को राज्यों को चेताया था कि कोविड-19 का ओमीक्रोन स्वरूप डेल्टा स्वरूप के मुकाबले तीन गुना तेजी से फैलता है। इसने राज्यों को निर्देश दिया कि जिन जिलों संक्रमण दर अधिक है, उनमें कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं।
पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्य उल्टे चल रहे हैंं। राज्य ने 15 जनवरी तक नाइट कफ्र्यू बढ़ा दिया है, लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने क्रिसमस और नव वर्ष के जश्न के लिए पिछले सप्ताह 24 दिसंबर से 1 जनवरी तक रात 11 बजे से पांच बजे तक लोगों एवं वाहनों की आवाजाही से संबंधित बंदिशों में ढील दे दी।
गुजरात ने 31 दिसंबर तक रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कफ्र्यू 8 और प्रमुख शहरों में लागू करने का फैसला किया है।
आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश महामारी पर अंकुश लगाने के कदम उठा रहा है। इसने मेडिकल कॉलेजों में 100 और जिला अस्पतालों में 50 बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए हैं।
