साल 2025 के फिजियोलॉजी या मेडिसिन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा हो चुकी है। इस साल का फिजियोलॉजी या मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार मैरी ई. ब्रुनको, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची को दिया गया है। आज इसकी घोषणा करोलिंस्का इंस्टीट्यूट ने की। इन वैज्ञानिकों ने ‘पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस’ यानी शरीर के इम्यून सिस्टम की उस खास प्रक्रिया की खोज की, जो शरीर को अपनी ही कोशिकाओं पर हमला करने से रोकती है और सिर्फ बाहरी खतरों से लड़ने में मदद करती है। इस खोज ने मेडिकल साइंस में नई राहें खोली हैं, खासकर कैंसर और ऑटोइम्यून बीमारियों के इलाज में।
हर साल की तरह, नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत मेडिसिन के अवॉर्ड से हुई। यह पुरस्कार 1901 से अब तक 115 बार 229 लोगों को दिया जा चुका है। इस बार पुरस्कार की राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (लगभग 1.2 मिलियन डॉलर) है, साथ में एक गोल्ड मेडल और डिप्लोमा भी दिया जाता है। यह सम्मान न सिर्फ वैज्ञानिकों की मेहनत को पहचान देता है, बल्कि रातोंरात उन्हें दुनिया भर में मशहूर भी कर देता है।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर का रक्षक है, जो बैक्टीरिया, वायरस जैसे बाहरी दुश्मनों से लड़ता है। लेकिन कई बार यह गलती से शरीर की अपनी कोशिकाओं पर हमला कर देता है, जिससे ऑटोइम्यून बीमारियां जैसे रूमेटॉइड अर्थराइटिस या टाइप-1 डायबिटीज हो सकती हैं। मैरी, फ्रेड और शिमोन ने खोजा कि पेरिफेरल इम्यून टॉलरेंस नाम की प्रक्रिया शरीर को ऐसी गलतियों से बचाती है। यह प्रक्रिया इम्यून सिस्टम को सिखाती है कि उसे कब लड़ना है और कब रुकना है।
नोबेल कमेटी ने कहा कि इन वैज्ञानिकों की खोज ने मेडिकल रिसर्च में एक नया अध्याय शुरू किया है। इसकी बदौलत कैंसर और ऑटोइम्यून बीमारियों के नए इलाज सामने आए हैं। मिसाल के तौर पर, कैंसर के इलाज में इम्यून थेरेपी को और बेहतर करने में इस खोज का बड़ा हाथ है। यह खोज बताती है कि कैसे इम्यून सिस्टम को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत स्वीडन के मशहूर वैज्ञानिक और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत से हुई थी। 1895 में अपनी वसीयत में नोबेल ने अपनी ज्यादातर संपत्ति उन लोगों को पुरस्कार देने के लिए छोड़ी, जिन्होंने मानवता के लिए सबसे बड़ा योगदान दिया हो। 1901 से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मेडिसिन, लिटरेचर और शांति के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिए जा रहे हैं। 1968 में स्वीडन के सेंट्रल बैंक ने अल्फ्रेड नोबेल की याद में इकोनॉमिक्स का पुरस्कार भी शुरू किया।
इस साल नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 6 अक्टूबर से शुरू होकर 13 अक्टूबर तक चलेगी। मेडिसिन के बाद 7 अक्टूबर को फिजिक्स, 8 अक्टूबर को केमिस्ट्री, 9 अक्टूबर को लिटरेचर, 10 अक्टूबर को शांति और 13 अक्टूबर को इकोनॉमिक्स के पुरस्कारों की घोषणा होगी। हर साल की तरह, पुरस्कार 10 दिसंबर को दिए जाएंगे, जो अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है।
नोबेल पुरस्कार देने की जिम्मेदारी अलग-अलग संस्थानों के पास है। मेडिसिन का पुरस्कार करोलिंस्का इंस्टीट्यूट देता है, फिजिक्स, केमिस्ट्री और इकोनॉमिक्स का रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज, लिटरेचर का स्वीडिश एकेडमी और शांति का पुरस्कार नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी। पिछले साल मेडिसिन का नोबेल अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रॉस और गैरी रवकुन को माइक्रोआरएनए की खोज के लिए मिला था।
नोबेल पुरस्कारों का इतिहास कई दिग्गजों से भरा है। अल्बर्ट आइंस्टीन, मैरी क्यूरी, नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जैसे लोग इस सम्मान को पा चुके हैं। यह पुरस्कार न सिर्फ उपलब्धियों को सम्मानित करता है, बल्कि दुनिया को बेहतर बनाने की प्रेरणा भी देता है।