देश में ओमीक्रोन का खौफ पैदा होने से बंदिशें लगाई जाने लगी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगर तीसरी लहर आती है तो वह उससे निपटने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने कहा है कि इस समय देश में 18 लाख आइसोलेशन बेड और प्रतिदिन 18,000 टन चिकित्सा ऑक्सीजन की क्षमता है।
ओमीक्रोन के मामलों के लिहाज से महाराष्ट्र सबसे ऊपर है, जहां अब तक 88 मामले आ चुके हैं। उसके बाद दिल्ली में दूसरे सबसे अधिक 67 मामले हैं। तेलंगाना में 38 और तमिलनाडु में 34 मामले आए हैं। देश में ओमीक्रोन के कुल मामलों की संख्या 358 पर पहुंच गई है। देश में सबसे अधिक आबादी वाले और जल्द ही चुनाव कराने जा रहे राज्य उत्तर प्रदेश की सरकार ने आज कहा कि राज्य में 25 दिसंबर को क्रिसमस से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कफ्र्यू लगेगा। मुंबई में दुबई से आने वाले यात्रियों के लिए 7 दिन का होम क्वारंटीन अनिवार्य किया गया है। हरियाणा में भी नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई। राज्य ने विवाह (अधिकतम 200 लोगों की मौजूदगी) जैसे सामाजिक आयोजनों पर बंदिशें लगाने, कोविड अनुकूल व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाने और उत्तर प्रदेश में आने वाले यात्रियों के लिए हवाई अड्डों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर निगरानी बढ़ाने का फैसला किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से मीडिया ने पूछा कि क्या स्वास्थ्य मंत्रालय चुनावों से पहले जन सभाओं पर रोक लगाने या चुनावों की तारीखों को आगे खिसकाने के लिए कहेगा? इस पर उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को कोविड अनुकूल व्यवहार लागू करने की सलाह दी गई है और 21 दिसंंबर को राज्यों के साथ एक खाका साझा किया गया है। हालांकि केंद्र ने निजी स्वास्थ्य क्षेत्र को तैयार रहने और आवश्यक दवाओं, बेड, चिकित्सा ऑक्सीजन आदि की उपलब्धता की समीक्षा करने को कहा है।
तमिलनाडु में एक दिन में ओमीक्रोन के 33 नए मामले आने के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तत्काल बैठक बुलाई। राज्य में ओमीक्रोन का प्रसार रोकने के लिए कड़ी बंदिशें लगाए जाने के आसार हैं। राज्य अपने सभी हवाई अड्डों पर उतरने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच करने के बारे में भी विचार कर रहा है। स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि नए मामलों में से करीब 26 चेन्नई में हैं, जिससे राज्य की राजधानी पर खतरा बढ़ गया है। राज्य में मामले बढऩे के आसार हैं क्योंकि 82 संदिग्ध नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। दिल्ली सरकार स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे- एक लाख मरीजों को संभालने के लिए संस्थागत बेड क्षमता और रोजाना 3 लाख नमूनों की जांच क्षमता पर ध्यान दे रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि देश भर में 18 लाख आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। भूषण ने कहा कि देश भर में 4,94,314 ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड और 1,39,300 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। कुल आईसीयू बेड में से करीब 5 फीसदी बच्चों के बेड (24,057) हैं और गैर-आईसीयू बेड में से 4 फीसदी बच्चों के लिए उपलब्ध हैं। भूषण ने कहा, ‘केंद्र द्वारा अगस्त में घोषित 23,123 करोड़ रुपये के आपात कोविड रेस्पॉन्स पैकेज-2 में से करीब 50 फीसदी राशि पहले ही राज्यों को जारी की जा चुकी है। राज्य इस धनराशि से अन्य 96,913 ऑक्सीजन बेड और 20,475 आईसीयू बेड तैयार कर रहे हैं। इस धनराशि का इस्तेमाल कर बच्चों के 9,574 बेड जोड़े जाएंगे।’
उन्होंने कहा कि पहली लहर (सितंबर 2020) के दौरान एक दिन में चिकित्सा ऑक्सीजन की दैनिक मांग 1,000 टन थी, जो मई 2021 में दूसरी लहर के दौरान बढ़कर 10,000 टन प्रतिदिन हो गई। उन्होंने दावा किया कि यह मांग केंद्र और राज्यों ने मिलकर पूरी की। भूषण ने कहा, ‘आज हमने रोजाना 18,836 टन चिकित्सा ऑक्सीजन उपलब्धता की क्षमता तैयार कर ली है। हमने यह बढ़ोतरी दूसरी लहर के बाद की है।’ विशेषज्ञों ने बेडों को लेकर संकेत दिया है कि ओमीक्रोन की वजह से आ सकने वाली तीसरी लहर में दैनिक मामले दूसरी लहर जितने आने के आसार नहीं हैं। उस समय आबादी का टीकाकरण नहीं हुआ था। मई में सक्रिय मामले 37.5 लाख पर पहुंच गए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में ऐसे 20 जिले हैं, जहां संक्रमण दर 5 फीसदी से अधिक मगर 10 फीसदी से कम है। देश में केवल दो जिलों (मिजोरम) में ही संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक है। रोचक बात यह है कि ओमीक्रोन के जिन 183 मामलों का विश्लेषण किया, उनमें 61 फीसदी पुरुष और 91 फीसदी लोग पूर्ण टीकाकृत थे। भारत में ओमीक्रोन के करीब 73 फीसदी मामले विदेश यात्रा से जुड़े हैं।