facebookmetapixel
33% टूट चुके स्टॉक पर ब्रोकरेज हुए बुलिश, बोले – खरीद लें; कमाई बढ़ने से कंपनी को होगा फायदाSugar production: चीनी उत्पादन में तेजी, लेकिन मिलों के सामने वित्तीय संकट बरकरारDouble Bottom Alert: डबल बॉटम के बाद ये 6 शेयर कर सकते हैं पलटवार, चेक करें चार्टनवंबर में थोक महंगाई बढ़कर -0.32%, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई घटकर 1.33% पर आईटैक्सपेयर्स ध्यान दें! एडवांस टैक्स जमा करने का आज आखिरी मौका, देर की तो लगेगा भारी जुर्मानाNephrocare Health IPO अलॉटमेंट फाइनल, सब्सक्रिप्शन कैसा रहा; ऐसे करें चेक स्टेटसकेंद्र ने MGNREGA का नाम बदलकर VB-RaM G करने का प्रस्ताव पेश किया, साथ ही बदल सकता है फंडिंग पैटर्नडॉलर के मुकाबले रुपया 90.58 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर, US ट्रेड डील की अनि​श्चितता और FIIs बिकवाली ने बढ़ाया दबावGold-Silver Price Today: सोना महंगा, चांदी भी चमकी; खरीदारी से पहले जान लें आज के दामWakefit Innovations IPO की बाजार में फिकी एंट्री, ₹195 पर सपाट लिस्ट हुए शेयर

सरकारी पोर्टल पर उत्पादों का निर्माण स्थल बताना जरूरी

Last Updated- December 15, 2022 | 9:15 AM IST

चीनी उत्पादों के बहिष्कार की पुरजोर मांग के बीच सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) ने विक्रेताओं के लिए यह अनिवार्य कर दिया है कि वे अपने उत्पादों को पंजीकृत करते समय उनके उत्पादन की जगह का भी उल्लेख करें। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने आज जारी बयान में कहा कि सरकारी पोर्टल जीईएम पर पहले से अपने उत्पादों का पंजीकरण करा चुके विक्रेताओं से कहा जा रहा है कि वे इस बात का स्पष्ट उल्लेख करें कि वे उत्पाद कहां से बनकर आए हैं? मंत्रालय ने कहा है कि अगर विक्रेता ऐसी जानकारी देने में नाकाम रहते हैं तो उनके उत्पादों को जीईएम साइट से हटा दिया जाएगा। सरकारी खरीद के लिए इस्तेमाल होने वाले पोर्टल ने मेक इन इंडिया एवं आत्मनिर्भर भारत अभियानों को बल देने के लिए यह कदम उठाया है।

First Published - June 23, 2020 | 11:25 PM IST

संबंधित पोस्ट