भारत की सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग को निश्चित तौर पर मौजूदा प्रतिभाओं को उभरते तकनीकों के कौशल से फिर से लैस करने और महामारी के बाद की दुनिया में खुद को खड़े करने के लिए नवाचार पर जोर देना चहिए।
नैसकॉम की अध्यक्ष देवयानी घोष ने कहा, ‘मैं भारत को डिजिटल प्रतिभा और नवाचार के केंद्र के रूप में देखना चाहती हूं। अति डिजिटल वाली अर्थव्यवस्था में ये दोनों तत्व महत्त्वपूर्ण होने जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘प्रतिभा के संदर्भ में हम पहले से ही पूरी तरह से लाभ की स्थिति में हैं लेकिन हमें नवाचार के मोर्चे पर बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। जैसे कि जोखिम लेने, नई चीजों के लिए कोशिश करने और भारत में पेटेंट के लिए आवेदन करने को आसान बनाने के लिए एक उचित नीतिगत ढांचे को सुनिश्चित करना आदि।’ उन्होंने ये बातें विमेन इन टेक्नोलॉजी इंडिया कॉन्फ्रेंस को आभासी तरीके से संबोधित करते हुए कही।
