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भारत को बनना चाहिए वैश्विक कौशल और नवाचार का केंद्र

Last Updated- December 15, 2022 | 4:46 AM IST

भारत की सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग को निश्चित तौर पर मौजूदा प्रतिभाओं को उभरते तकनीकों के कौशल से फिर से लैस करने और महामारी के बाद की दुनिया में खुद को खड़े करने के लिए नवाचार पर जोर देना चहिए।
नैसकॉम की अध्यक्ष देवयानी घोष ने कहा, ‘मैं भारत को डिजिटल प्रतिभा और नवाचार के केंद्र के रूप में देखना चाहती हूं। अति डिजिटल वाली अर्थव्यवस्था में ये दोनों तत्व महत्त्वपूर्ण होने जा रहे हैं।’  उन्होंने कहा, ‘प्रतिभा के संदर्भ में हम पहले से ही पूरी तरह से लाभ की स्थिति में हैं लेकिन हमें नवाचार के मोर्चे पर बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। जैसे कि जोखिम लेने, नई चीजों के लिए कोशिश करने और भारत में पेटेंट के लिए आवेदन करने को आसान बनाने के लिए एक उचित नीतिगत ढांचे को सुनिश्चित करना आदि।’ उन्होंने ये बातें विमेन इन टेक्नोलॉजी इंडिया कॉन्फ्रेंस को आभासी तरीके से संबोधित करते हुए कही।

First Published - July 17, 2020 | 12:14 AM IST

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