दीवाली के दौरान कुछ हवाई मार्गों पर मांग ज्यादा होने की वजह से सालाना आधार पर हवाई किराये में 30-45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले साल इसी समय विमानन कंपनियों को 70 फीसदी यात्री क्षमता के साथ संचालन की अनुमति दी गई थी लेकिन सरकार ने अब यह सीमा खत्म कर दी है। पिछले नवंबर में दैनिक यातायात कोविड से पहले के दौर की तुलना में 50 प्रतिशत से कम था लेकिन अब यह बढ़कर 70-75 प्रतिशत हो गया है। बुकिंग की तादाद बढऩे के साथ ही सरकार द्वारा किराया बैंड में ऊपर स्तरी पर संशोधन की वजह से त्योहारी सीजन के दौरान किराये में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
ट्रैवल पोर्टल, इक्सिगो द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार औसतन मुंबई-दिल्ली और मुंबई-कोलकाता मार्ग सहित शीर्ष दस बुकिंग मार्गों पर एक तरफ का इकनॉमी क्लास का किराया सालाना आधार पर 30 प्रतिशत अधिक है जबकि बेंगलूरु-कोलकाता और नई दिल्ली-कोलकाता पर किराया क्रमश: 40 प्रतिशत और 45 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, दिल्ली-पटना और बेंगलूरु-पटना मार्ग पर सालाना आधार पर किराया 25 फीसदी कम है। पिछले साल की तुलना में बड़ी संख्या में ट्रेनों की उपलब्धता भी पटना के हवाई किराये में कमी की एक वजह हो सकती है। तुलना के लिए उपयोग किया जाने वाला किराया दीवाली से 20-25 दिन पहले का है।
इक्सिगो के समूह सीईओ (मुख्य कार्याधिकारी) और सह संस्थापक आलोक वाजपेयी का कहना है, ‘त्योहारों के मौसम के लिए उत्साह अपने चरम पर है और हमने देखा है कि घर जा रहे यात्रियों की बुकिंग में वृद्धि हुई है या लोग दीवाली की छुट्टियों में छुट्टी मनाने की योजना बना रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कोविड-19 से जुड़े नियमों में ढील दिए जाने से नए साल में भी छुट्टियों की यात्रा में तेजी आने की उम्मीद है।’
घरेलू विमानों में रविवार को 327,923 यात्रियों ने उड़ान भरी जो पिछले साल मई में हवाई यात्रा फिर से शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा तादाद है। टीकाकरण की बढ़ती रफ्तार और विभिन्न राज्य में प्रतिबंध कम होने की वजह से महीने दर महीने यातायात बढ़ रहा है।
बुकिंग में तेजी दिखने के साथ ही लागत का दबाव भी बढ़ रहा है। उद्योग के कार्यकारी ने कहा, ‘विमानन कंपनी के टर्बाइन ईंधन की कीमत सालाना आधार पर लगभग दोगुनी है और इसकी तुलना में किराये में वृद्धि बहुत कम है।’ वाजपेयी ने कहा, ‘यात्रा का रुझान बढऩे की वजह से अग्रिम बुकिंग में तेजी आई है। 30 दिनों से अधिक समय से पहले ही यात्रा बुकिंग की हिस्सेदारी अक्टूबर में बढ़ी है। इससे यह संकेत मिलता है कि अग्रिम बुकिंग रुझान में अब धीरे-धीरे बढ़त हो रही है जबकि महामारी के दौरान लोग अंतिम समय में ही बुकिंग करते थे।’
थॉमस कुक और एसओटीसी के समूह प्रमुख (वैश्विक कारोबार यात्रा) इंदीवर रस्तोगी के अनुसार, ‘छुट्टियों की यात्रा के लिए पूछताछ में पांच गुने से अधिक की वृद्धि हुई है क्योंकि यात्रा का रुझान बढ़ रहा है। इसलिए यह आश्चर्य की बात नहीं है कि हवाई किराये में भी वृद्धि देखी जा रही है लेकिन यह वृद्धि पर्यटन मार्गों, मसलन जयपुर, पोर्ट ब्लेयर, गोवा, श्रीनगर और कोच्चि में 10-20 प्रतिशत तक की मध्यम स्तर की वृद्धि देखी जा रही है।
सरकार 100 फीसदी क्षमता के साथ संचालन की अनुमति दे तब हम कीमतों को तार्किक बनाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं।’