देश में कोविड-19 के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की मांग तेज हुई है। बीमाकर्ताओं से इस तरह की पॉलिसी की पूछताछ बढ़ी है और इस सेग्मेंट मे प्रीमियम बढ़ा है।
महामारी के बाद से ही स्वास्थ्य बीमा तेजी से बढ़ा है क्योंकि ग्राहकों की जोखिम को लेकर जागरूकता बढ़ गई है। विशेषज्ञों ने कहा कि पिछले सप्ताह 6 लाख से ज्यादा कोविड-19 के मामले आने के बाद स्वास्थ्य बीमा की मांग बढऩा स्वाभाविक है, जो इसके पहले के सप्ताह में आए कोविड के कुल मामलों की तुलना में करीब 6 गुना ज्यादा है।
इस बार खास बात यह है कि ग्राहक सामान्य मेडीक्लेम पॉलिसी के बजाय ज्यादा समग्रता लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां देख रहे हैं। पहली लहर में कोविड के लिए आई पॉलिसियों की भारी मांग थी और दूसरी लहर के दौरान ग्राहकों ने ज्यादा समग्र पॉलिसियों का विकल्प चुना।
पॉलिसीबाजार डॉट कॉम में बिजनेस हेड-हेल्थ अमित छाबड़ा ने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में स्वास्थ्य बीमा उत्पादों की मांग में तेज बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि देश में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य उत्पादों की मांग 30 प्रतिशत बढ़ी है और रोजनाना प्रीमियम 45 प्रतिशत बढ़ा है। स्वास्थ्य उत्पादों की मांग अब तक की मांग की तुलना में तेज है।’
वित्त वर्ष 2022 में नवंबर तक स्वास्थ्य बीमा की मांग 29.2 प्रतिशत बढ़ी है, जो वित्त वर्ष 21 की इस अवधि में कुल 12.7 प्रतिशत मांग की तुलना में दोगुने से ज्यादा है। इसकी वजह से स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र की बाजार हिस्सेदारी 25.9 प्रतिशत से बढ़कर 33.5 प्रतिशत हो गई है। एकल स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं के हेल्थ प्रीमियम में सामान्य जीवन बीमा के प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर वृद्धि हुई है। इससे संकेत मिलता है कि ग्रुप बिजनेस की तुलना में रिटेल प्रीमियम तेजी से बढ़ रहा है।
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस में रिटेल अंडरराइटिंग के प्रमुख गुरदीप सिंह बत्रा ने कहा, ‘निश्चित रूप से स्वाथ्य बीमा पॉलिसियोंं की मांग बढ़ी है। इसकी पूछताछ बढ़ी है और युवा पीढ़ी की ओर से पूछताछ ज्यादा है, क्योंकि वायरस हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रहा है। पहले की दो लहरों के अनुभव के बाद लोग ज्यादा समग्र पॉलिसी को वरीयता दे रहे हैं और खुद को कोविड-19 विशेष की पॉलिसी तक सीमित नहीं कर रहे हैं।’ पॉलिसीएक्स डॉट कॉम के संस्थापक और सीईओ नवल गोयल ने कहा, ‘कोविड-19 की तीसरी लहर की शुरुआत के बाद से मांग में औसत 10 प्रतिशत वृद्धि हुई है। बातचीत तेजी से अंतिम रूप ले रही है। पहले जहां सामान्यतया लोग तुलना करने व सौदा पूरा करने में कम से कम 2 दिन वक्त लेते थे। अब ग्राहक तेजी से फैसला कर रहे हैं।’