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भू-स्थानिक आंकड़े को नियंत्रित करने वाली नीतियों के उदारीकरण की घोषणा

Last Updated- December 12, 2022 | 8:16 AM IST

सरकार ने सोमवार को भू-स्थानिक आंकड़ों (डेटा) के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों के उदारीकरण की घोषणा की। इस कदम से क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने और सार्वजनिक तथा निजी संस्थाओं के लिए समान अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी सचिव आशुतोष शर्मा ने कहा कि नए दिशानिर्देशों के तहत क्षेत्र को नियंत्रण मुक्त कर दिया जाएगा और अनुमोदन जैसे पहलुओं को दूर किया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्थाओं के लिए इसे पूरी तरह से नियंत्रण मुक्त किया जाएगा और भू-स्थानिक आंकड़े के अधिग्रहण और उत्पादन के लिए पहले से मंजूरी, सुरक्षा मंजूरी, लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भू-स्थानिक डेटा के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों को आसान बनाया जाएगा और यह सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अभियान के लिए एक ‘बड़ा कदम’ है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि मानदंडों में ढील से कई क्षेत्रों में बहुत मदद मिलेगी, जो नक्शों की अनुपलब्धता के कारण त्रस्त थे। मोदी ने कई ट्वीट में कहा, ‘हमारी सरकार ने एक ऐसा निर्णय लिया है, जो डिजिटल इंडिया को एक बड़ी गति प्रदान करेगा। भू-स्थानिक डेटा के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों को आसान बनाया जाएगा। इससे आत्मनिर्भर भारत के विचार को भी बढ़ावा मिलेगा।’
वर्धन ने कहा, ‘जो चीज पहले से ही वैश्विक रूप से उपलब्ध है, उसे नियमन के दायरे में रखने की कोई जरूरत नहीं है।’
गूगल मैप्स के बारे में अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘अगर हम इसके लिए अपनी सेवाएं तैयार करना है तो हमें उदारीकरम कर आंकड़े एकत्र कर उनका इस्तेमाल करना होगा।’ उन्होंने कहा कि इस फैसले से भारत जियो मैपिंग की क्षमता के दोहन में सक्षम हो सकेगा। इसका इस्तेमाल भारत के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्यों के लिए हो सकेगा और यह केवल सुरक्षा संबंधी मकसद तक नहीं सिमटा रहेगा।
उद्योग जगत ने नए दिशानिर्देर्शों का स्वागत किया है। मैपिंग और स्पैटियल एनॉलिटिक्स सॉल्यूशंस के क्षेत्र में काम करने वाली इसरी इंडिया टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष अजेंद्र कुमार ने कहा कि भू स्थानिक आंकड़ों के संग्रह, सृजन, तैयारी और प्रसार को आसान करने से बगैर किसी बाधा के आंकड़ों को साझा करना और तालमेेल बिठाना सरल हो जाएगा।
भारत के प्रमुख शहरों में 360 डिग्री इमर्सिव स्ट्रीट इमेजरी तैयार करने वाली जेनेसिस इंटरनैशनल के प्रबंध निदेशक और चेयरमैन साजिद मलिक ने कहा कि यह घोषणा परिवर्तन करने वाली है।

First Published - February 15, 2021 | 11:36 PM IST

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