facebookmetapixel
Editorial: वोडाफोन आइडिया के एजीआर संकट पर समाधान की उम्मीद, समान नीति की मांग तेजबजट 2026 में राजकोषीय अनुशासन और विकास के बीच संतुलन जरूरीतकनीकी दिग्गजों ने भारतीय यूजर्स से कमाए अरबों डॉलर, इसे देश में ही रोकने की जरूरतबांग्लादेश में विशेष न्यायाधिकरण ने शेख हसीना को दी मौत की सजा, हिंसक दमन का ‘प्रमुख सूत्रधार’ बतायाबिहार: नीतीश के हाथ में ही रहेगी कमान, जदयू-भाजपा गठबंधन में मंत्री पदों का बंटवारा तयआईटी शेयरों पर फंड मैनेजरों की दो राय, गिरावट के बाद अब रिकवरी की बढ़ीं उम्मीदेंBihar Election Analysis: बिहार में दोबारा जीत का ट्रेंड मजबूत, BJP-JDU की सीटों पर वोट प्रतिशत भी बढ़ाअगले 3 से 5 साल में निवेशकों की संख्या हो सकती है दोगुनी, SEBI चेयरमैन ने जताई उम्मीदIPO लंबी अवधि की पूंजी नहीं जुटा रहे, सिर्फ शुरुआती निवेशकों का एग्जिट बन रहे: CEA नागेश्वरनव्यापार घाटे की खाई हुई और चौड़ी: अक्टूबर में निर्यात 11.8% घटा, ट्रेड डेफिसिट बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर

चीन रिश्तों को दुरुस्त करने के लिए अमेरिका के साथ चर्चा को तैयार: शी चिनफिंग

वाशिंगटन के शीर्ष जलवायु दूत जोन कैरी भी रिश्तों को सुधारने के लिए चीन की यात्रा कर चुके हैं।

Last Updated- July 20, 2023 | 8:25 PM IST
damage to china's image

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (xi jinping) ने गुरुवार को अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर से कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ पटरी से उतरे रिश्तों को ठीक करने के लिए चर्चा को तैयार है।

उन्होंने बुजुर्ग अमेरिकी राजनयिक से संबंधों को सुधारने में मदद करने का आग्रह किया जैसा उन्होंने 50 साल पहले दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों को स्थापित कर किया था।

किसिंजर फिलहाल बीजिंग की यात्रा पर हैं। वह अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और वित्त मंत्री जेनेट येलेन की इस महीने हुई यात्रा के बाद यहां आए हैं। उनके अलावा वाशिंगटन के शीर्ष जलवायु दूत जोन कैरी भी रिश्तों को सुधारने के लिए चीन की यात्रा कर चुके हैं।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी चीन के खिलाफ सख्त नीतियां अपनाई हैं जिसमें व्यापार और तकनीकी प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ क्वाड और ऑकस जैसे प्रभावशाली रणनीतिक समूहों का गठन शामिल है।

क्वाड में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं जबकि ऑकस में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन शामिल हैं। इन्हें लेकर चीन का कहना है कि इन समूहों का मकसद उसके उदय को रोकना है। इस वजह से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी बिगड़ गए हैं।

चिनफिंग चीन की यात्रा आए अमेरिकी अधिकारियों से मिलने से बचते हैं लेकिन वह किसिंजर से मिलने के लिए बीजिंग के दिआओयुताई राजकीय अतिथि गृह पहुंचे और चीन-अमेरिका के रिश्तों में सुधार करने के लिए उनकी मदद मांगी। किसिंजर ने इसी अतिथि गृह में 1971 में बीजिंग की पहली यात्रा के दौरान राजनयिक रिश्ते स्थापित करने के लिए चीनी नेताओं से मुलाकात की थी। तब अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन थे।

चिनफिंग ने किसिंजर के साथ मुलाकात के दौरान कहा कि 52 साल पहले चीन-अमेरिका रिश्तों में अहम मोड़ पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष माओ त्से-तुंग, प्रधानमंत्री झोऊ एनलाइ, अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन और किसिंजर ने उल्लेखनीय रणनीतिक दृष्टि के साथ, चीन और अमेरिका के बीच सहयोग का सही विकल्प चुना था।

अधिकारियों ने कहा कि 100 वर्षीय किसिंजर निजी यात्रा पर चीन आए हैं। चीनी राष्ट्रपति ने कहा, “इससे न सिर्फ दोनों देशों को फायदा हुआ, बल्कि दुनिया भी बदल गई।” सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के मुताबिक, चिनफिंग ने कहा कि भविष्य के मद्देनजर, चीन और अमेरिका के पास एक-दूसरे की सफलता में साथ देने और साझा समृद्धि हासिल करने के तमाम कारण हैं।

उन्होंने कहा कि इसमें परस्पर सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और लाभकारी साझेदारी के सिद्धांतों का पालन करना अहम होगा। उन्होंने कहा, “इस आधार पर, चीन दोनों देशों के बीच दोस्ताना रिश्तों और द्विपक्षीय संबंधों में स्थिर विकास को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है। यह द‍ोनों पक्षों के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए लाभकारी होगा।”

चिनफिंग ने उम्मीद जताई कि किसिंजर और वाशिंगटन में अन्य नेता चीन-अमेरिका रिश्तों को वापस पटरी पर लाने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाना जारी रखेंगे। किसिंजर से चिनफिंग की मुलाकात से पहले चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी और चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शान्गफू ने भी अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री से मुलाकात की।

First Published - July 20, 2023 | 8:25 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट