अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने गुरुवार को अपना नया ‘Trump Gold Card’ वीज़ा प्रोग्राम लॉन्च किया। इस खास कार्ड की कीमत 5 मिलियन डॉलर (करीब ₹42.5 करोड़) रखी गई है। ट्रंप ने इसका पहला लुक एयर फोर्स वन पर मीडिया को दिखाया और बताया कि यह कार्ड दो हफ्ते में सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
ट्रंप से जब मीडिया ने पूछा कि पहला कार्ड कौन खरीदेगा, तो ट्रंप ने जवाब दिया—”मैं खुद पहला कार्ड खरीद रहा हूं।”
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “5 मिलियन डॉलर में यह कार्ड आपका हो सकता है। यह पहला कार्ड है। जानते हैं ये कौन-सा कार्ड है? ये है गोल्ड कार्ड — ट्रंप कार्ड।”
यह कार्ड सुनहरे रंग में है, जिसमें एक तरफ ट्रंप की तस्वीर है और दूसरी तरफ ‘The Trump Card’ लिखा हुआ है। कार्ड के ऊपरी हिस्से में ‘United States of America’ अंकित है और साथ में $5 million की कीमत भी दर्ज है।
ट्रंप ने कहा कि यह वीजा केवल बेहद अमीर लोगों या फिर VIPs के लिए है। उन्होंने बताया, “वे अमीर होंगे, सफल होंगे, ढेर सारा पैसा खर्च करेंगे, टैक्स भरेंगे और लोगों को नौकरियां देंगे। कंपनियां भी यह गोल्ड कार्ड खरीदकर नई हायरिंग कर सकती हैं।”
.@POTUS shows off the new Gold Card: “For $5 million this could be yours… it will be out in about less than 2 weeks probably. Pretty exciting, right?” pic.twitter.com/DeVhj1xIMB
— Rapid Response 47 (@RapidResponse47) April 3, 2025
ट्रंप के मुताबिक, इस कार्ड के जरिए खरीदारों को अमेरिका में वीजा और भविष्य में नागरिकता मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना से सरकार को मोटी कमाई होगी, जिससे अमेरिका का कर्ज चुकाया जा सकेगा।
ट्रंप सरकार का यह नया कार्ड EB-5 वीजा प्रोग्राम की जगह लेगा, जिसमें निवेशक को कम-से-कम $1 मिलियन खर्च कर 10 लोगों को रोजगार देना होता था। EB-5 वीजा स्कीम 1990 में शुरू हुई थी। EB-5 वीजा के तहत किसी भी विदेशी नागरिक को अमेरिका में 1 मिलियन डॉलर निवेश करने पर ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन करने की अनुमति मिलती थी। ग्रीन कार्ड अमेरिकी नागरिकता की ओर पहला कदम माना जाता है।
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटकनिक के मुताबिक, इस प्रोग्राम के तहत एक ही दिन में 1,000 गोल्ड कार्ड बेचे गए। उनका दावा है कि दुनियाभर में 3.7 करोड़ लोग ऐसे हैं जो इस कार्ड को खरीदने के पात्र हैं।
CLA की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन का मकसद था कि इस स्कीम से अमीर निवेशकों को अमेरिका लाया जाए, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को फायदा हो। जो लोग गोल्ड कार्ड खरीदेंगे, वे अमेरिका में रह सकेंगे, काम कर सकेंगे और टैक्स देंगे, जिससे सरकार की आय बढ़ेगी।
Forbes की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन की योजना है कि 2 लाख गोल्ड कार्ड बेचे जाएं। इससे अमेरिका को करीब 1 ट्रिलियन डॉलर की आय हो सकती है, जो नेशनल डेट (राष्ट्रीय कर्ज) को कम करने में मदद करेगी।