यूरोप के केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के अध्यक्ष जीन क्लॉड ट्रिकेट उन लोगों में से हैं जो सिर्फ बोलने में ही नहीं बल्कि करने में भी यकीन रखते हैं।
उनका मानना रहा है कि तनख्वाह में लगातार हो रही बढ़ोतरी से कीमतों के स्थिर होने में परेशानी हो सकती है। शायद सही वजह है कि पिछले वर्ष उनके मेहनताने में मात्र दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
ट्रिकेट यूरोपीय देशों में कर्मचारियों से यह लगातार कहते आए हैं कि मोटी तनख्वाह महंगाई बढ़ने की एक बड़ी वजह हो सकती है। अपने इस सुझाव को उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन में भी आत्मसात कर दिखाया है।
वर्ष 2006 में ट्रिकेट का वेतन 3,38,472 यूरो था, जिसमें 2007 में महज दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 3,45,252 यूरो पर पहुंचा।
गुरुवार को फ्रैंकफर्ट स्थित इस बैंक के सालाना खाते से संबंधित जानकारी के प्रकाशन से इस बात का खुलासा हुआ है। इनकी तुलना में अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक के अध्यक्ष एस बर्नानके को 1,91,300 डॉलर और बैंक ऑफ इंगलैंड के गवर्नर 5,71,282 डॉलर मिलते हैं।
ट्रिकेट को लगता है कि तनख्वाह में ज्यादा बढ़ोतरी किए जाने से कीमतों के स्थिर होने में परेशानी आ सकती है। ऐसे समय में जब महंगाई 14 वर्षों के अपने उच्चतम स्तर 3.2 फीसदी पर पहुंच गया है, ऐसे में भरती जेबों से नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि ईसीबी महंगाई को काबू में रखने के प्रयास को लेकर गंभीर है और यही वजह है कि उसने गुरुवार को ब्याज दरों में किसी फेरबदल की घोषणा नहीं की। ब्याज दरें फिलहाल चार फीसदी पर बनी हुई हैं जो पिछले छह वर्षों के अपने उच्चतम स्तर पर है। ईसीबी की कोशिश है कि महंगाई दर को दो फीसदी के नीचे बनाए रखा जाए।
पिछले काफी समय से यूरोपीय संघ खाद्य पदार्थो और ईंधन की बढ़ती कीमतों की वजह से कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की मांग करते आए हैं। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने के बाद ट्रिकेट ने संवाददाताओं से कहा, ”महंगाई बढ़ने की आशंका बनी हुई है। ऐसे में अगर वेतन में अधिक बढ़ोतरी की जाती है, जैसे कि मांग भी की जा रही है तो महंगाई से निपटना और मुश्किल हो सकता है।” फ्रैंकफर्ट के कॉमर्जबैंक एजी के अर्थशास्त्री मिशेल स्कूबर्ट ने बताया, ”ट्रिकेट के तनख्वाह में बढ़ोतरी कई नेताओं और प्रबंधकों की तुलना में काफी कम है।”
यह पहली बार है कि ईसीबी ने अपने शीर्ष कर्मचारियों के वेतनमान की जानकारी सार्वजनिक की है। वर्ष 2006 के 15.96 यूरो की तुलना में गत वर्ष बैंक के कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को कुल 16.28 लाख यूरो वेतन के तौर पर दिए गए हैं।
बैंक के उपाध्यक्ष ल्युकस पापाडेमोस को पिछले वर्ष कुल 2,95,920 यूरो मेहनताने के तौर पर दिए गए थे। ट्रिकेट का वेतनमान हांगकांग मोनेटरी अथॉरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जोसेफ येम की तुलना में आधा है। येम को पिछले वर्ष 13 लाख डॉलर की तनख्वाह दी गई ।
