रूस 2025-2026 तक भारत को एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की बाकी इकाइयां देने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत में रूसी दूतावास के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने सोमवार को यह जानकारी दी। बाबुश्किन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके जवाब में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़े सैन्य संघर्ष में एस-400 मिसाइल प्रणाली ने ‘बेहद प्रभावी ढंग से’ काम किया।
बाबुश्किन ने कहा, ‘हमने सुना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष के दौरान एस-400 ने बहुत ही प्रभावी ढंग से काम किया। हमारे बीच सहयोग का एक लंबा इतिहास रहा है। यूरोप और यहां की स्थिति के मद्देनजर, हम महसूस कर रहे हैं कि वायु रक्षा प्रणाली सामान्य रूप से रक्षा तैयारी में हमारी साझेदारी के सबसे आशाजनक पहलुओं में से एक है।’
रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच सोमवार को तुर्किये में नए दौर की शांति वार्ता हुई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमिर जेलेंस्की ने कहा कि दोनों पक्षों ने ‘तुर्किये के माध्यम से दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया और हम नए सिरे से युद्धबंदियों की अदला-बदली की तैयारी कर रहे हैं।’