Skip to content
  मंगलवार 21 मार्च 2023
Trending
March 20, 2023अधिग्रहण के बाद क्रेडिट सुइस के भारतीय कर्मचारियों को राहतMarch 20, 2023जलवायु परिवर्तन से प्रभावित होने वालों में भारत अग्रणी देशMarch 20, 2023तेल की नई खोज के लिए न दें धनः गुटेरेसMarch 20, 2023मुंबई, पुणे में कर संग्रह में आई कमीMarch 20, 2023बढ़ सकते हैं कोयले के दाम, वरना आ सकती है ढेर सारी समस्या: Coal India chiefMarch 20, 2023संक्रमण से बचावMarch 20, 2023अपराध के बारे में बात करना क्यों जरूरीMarch 20, 2023दक्षिण एशिया का हो रहा वास्तविकता से सामनाMarch 20, 2023आईटी वाली बात दोहरा सकती है चिकित्सा शिक्षा, विदेशी मुद्रा और रोजगार में भी होगा इजाफाMarch 20, 2023विमानों से अधिक यात्रा कर रहे लोग, घरेलू उड़ानों के यात्रियों की संख्या बढ़ी
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  अंतरराष्ट्रीय  Nikki Haley: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में भारतीय-अमेरिकी मूल का नया नाम
अंतरराष्ट्रीय

Nikki Haley: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में भारतीय-अमेरिकी मूल का नया नाम

देबार्घ्य सान्याल देबार्घ्य सान्याल —February 17, 2023 11:13 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

वर्ष 2024 वैश्विक भू-राजनीतिक नक्शे के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण वर्ष हो सकता है क्योंकि दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत और अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं जिसमें यह तय होगा कि इन देशों पर किसको शासन के लिए चुना गया। पिछले चुनाव की तरह ही इस बार भी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय मूल की उम्मीदवार शामिल होंगी।

रिपब्लिकन निमरत निकी हेली (रंधावा) ने मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा कर दी है। इसके साथ ही वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस की दावेदारी में चुनौती देने वाली पहली रिपब्लिकन बन गईं।

ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। इससे पहले बॉबी जिंदल और तुलसी गबार्ड जैसी भारतीय-अमेरिकी भी राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल रहे हैं।

दक्षिण कैरोलाइना की पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत हेली ने अपनी पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए खुद को ‘भारतीय प्रवासियों की गौरवशाली बेटी’ कहते हुए यह संदेश दिया कि अमेरिका में नई पीढ़ी के नेतृत्व का समय आ गया है। उनके माता-पिता, अजित सिंह और राज कौर रंधावा, अमृतसर, पंजाब से कनाडा और फिर अमेरिका चले गए।

हेली के पिता लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रह चुके हैं जबकि उनकी मां ने दिल्ली विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई की है। अजित सिंह को ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति मिलने के बाद उनके माता-पिता कनाडा चले गए और 1969 में पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद वह अपने परिवार के साथ दक्षिण कैरोलाइना चले गए।

हेली ने क्लेम्सन यूनिवर्सिटी से स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की और एक कचरा रीसाइक्लिंग कंपनी के लिए काम करने के बाद, वह अपने परिवार के कपड़ों के कारोबार से मुख्य वित्तीय अधिकारी के तौर पर जुड़ गईं। उनके पति, विलियम माइकल हेली, साउथ कैरोलाइना आर्मी नैशनल गार्ड में एक कमीशन अधिकारी हैं।

हेली वर्ष 1998 में राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हुईं और उन्होंने 2004 में साउथ कैरोलाइना हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए चुनाव लड़ा। उन्होंने एक मजबूत सत्ताधारी नेता को हराया और वर्ष 2010 तक तीन बार इस पद पर फिर से चुनी गईं जब उन्होंने गर्वनर के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया।

वर्ष 2010 में, वह साउथ कैरोलाइना में उस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बनीं और अमेरिका में प्रांत गवर्नर के रूप में सेवा करने वाली भारतीय मूल की दूसरी व्यक्ति बनीं। रिपब्लिकन बॉबी जिंदल, पहले भारतीय मूल के व्यक्ति थे।

हेली रिपब्लिकन पार्टी के भीतर एक रूढ़िवादी व्यक्ति के तौर पर मशहूर हैं और उनमें विश्वसनीय तरीके से औरतों और जाति के मुद्दों पर काम करने की बेहतर क्षमता है। उनके प्राथमिक चुनाव मंचों में शिक्षा, कर सुधार, गर्भपात के अधिकार और आव्रजन जैसे मुद्दे शामिल रहे हैं। एक कट्टर रूढ़िवादी के रूप में, उन्होंने कड़े आव्रजन कानूनों पर जोर दिया।

उन्होंने एक ऐसे कानून के पक्ष में मतदान किया जिसमें सभी आप्रवासियों को हर वक्त अपना पहचान दस्तावेज रखने की आवश्यकता होगी जो हर समय उनकी कानूनी स्थिति की जानकारी देता है।

जून 2022 में हेली ने फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसैंटिस के तथाकथित ‘डोंट से गे’ अभियान का भी समर्थन किया जो उस कानून के खिलाफ था जिसमें फ्लोरिडा के स्कूलों में कुछ वर्ग में यौन अभिरुचि या लैंगिक पहचान से जुड़ी चर्चा को कक्षा में प्रतिबंधिक कर दिया गया था। ऐसी उम्मीद है कि वह अहम जातीय सिद्धांत पर भी प्रतिबंध लगाने का समर्थन कर सकती हैं।

हेली ने खुद को जीवन समर्थक बताते हुए गर्भपात को प्रतिबंधित करने के लिए कानून का समर्थन किया है। वर्ष 2016 में एक ईसाई स्कूल में जाने पर उन्होंने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा, ‘मैं जीवन-समर्थक इसलिए नहीं हूं कि रिपब्लिकन पार्टी मुझे ऐसा बताती है बल्कि मैं जीवन-समर्थक इसलिए हूं क्योंकि हम सभी को अनुभव है कि हमारे जीवन में इन विशेष छोटे बच्चों के होने का क्या मतलब है।’

उन्होंने वर्ष 2016 में साउथ कैरोलाइना के गवर्नर के रूप में एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत गर्भावस्था के 19 हफ्ते के बाद अधिकांश परिस्थितियों में गर्भापात पर प्रतिबंध लगा दिया, जब तक कि मां का जीवन जोखिम में न हो। जून 2022 में रो बनाम वेड के मामले में फैसले को पलटने का निर्णय जब सुप्रीम कोर्ट ने लिया तब हेली ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस फैसले पर अपनी खुशी भी जाहिर की।

राजकोषीय नीति

मुख्यधारा की रूढ़िवादी रिपब्लिकन के रूप में, हेली कारोबार समर्थक हैं और उनकी दिलचस्पी व्यापार के विनियमन में है और वह कारोबार को समर्थन देने के लिए करों में कटौती का समर्थन भी करती हैं। अमेरिकी मीडिया के विशेषज्ञों का मानना है कि वह एक नीति-केंद्रित अभियान चला सकती हैं।

गवर्नर के रूप में उनके नेतृत्व में, साउथ कैरोलाइना में 85,000 से अधिक नई नौकरियों और 21.5 अरब डॉलर के पूंजी निवेश की घोषणा की गई। उन्होंने कारोबारों को एक खुला निमंत्रण भी भेजा था जिसमें जोर देकर कहा गया था कि वहां कारोबार करने की लागत कम होगी।

विदेश नीति

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के पूर्व राजदूत के तौर पर वह वैश्विक स्तर पर चीन और उससे जुड़े अमेरिका के खतरों को लेकर काफी मुखर रही हैं और इसके अलावा वह देश के मानवाधिकारों के हनन की भी आलोचना करती रही हैं। मंगलवार के प्रचार वीडियो में हेली ने चीन पर उइगर मुस्लिम आबादी के साथ हुए बर्ताव के लिए देश पर ‘नरसंहार’ करने का आरोप लगाया और कहा कि चीन और रूस अमेरिका के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं।

उनके कार्यकाल के दौरान ही अमेरिका ने ईरान परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लिया, जिस पर डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति बराक ओबामा ने हस्ताक्षर किए थे और रिपब्लिकन के बीच बेहद अलोकप्रिय हो गए थे।

हेली बनाम ट्रंप

कभी ट्रंप की समर्थक रहीं हेली ने वर्ष 2021 में अमेरिकी संसद पर हमले के बाद उनकी आलोचना की थी। उन्होंने विपक्षी दल डेमोक्रेट से निपटने के दौरान ट्रंप और अन्य रिपब्लिकन रूढ़िवादी नेताओं के टकराव वाले नजरिये को भी खारिज कर दिया है।

उन्होंने पिछले साल जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय में हाई स्कूल लीडरशिप समिट में हाई स्कूल के छात्रों के एक कॉन्जर्वेटिव कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘वास्तविक नेतृत्व वास्तव में मुद्दों से लगातार जुड़े रहने और आंदोलन जैसी प्रकृति को दर्शाता है और इसमें यह बात भी शामिल है कि आप कैसे लोगों को अपने दृष्टिकोण से वाकिफ करा रहे हैं। आप चीखकर नहीं बल्कि यह दिखाकर बता सकते हैं कि आप जो कुछ भी कर रहे हैं वह कैसे उनके हित में है।’

हालांकि, हेली के पास फिलहाल राष्ट्रपति पद के शुरुआती चरण में पूर्व राष्ट्रपति की तरह राष्ट्रीय मान्यता और समर्थन भी नहीं है। मंगलवार को जब उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए अपने अभियान की घोषणा की उसके तुरंत बाद, एक गुमनाम सोशल मीडिया अकाउंट पैट्रियट टेक ने एक फुटेज जारी किया जिसमें पूर्व गवर्नर यह कह रही थीं कि राज्यों को संघ से अलग होने का अधिकार है। इससे उनकी संभावनाओं में बाधा आ सकती है।

FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
अंतरराष्ट्रीय

जलवायु परिवर्तन से प्रभावित होने वालों में भारत अग्रणी देश

March 20, 2023 11:44 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

तेल की नई खोज के लिए न दें धनः गुटेरेस

March 20, 2023 11:36 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

IPCC ने दी अंतिम चेतावनी, कहा- ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए लक्ष्य पर्याप्त नहीं

March 20, 2023 7:44 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

लगातार बढ़ रही AI की मांग, केवल भारत में 45,000 से ज्यादा नौकरियां: टीमलीज

March 20, 2023 6:38 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका में कुछ मार्गों पर अस्थायी तौर पर उड़ानें घटाएगी Air India: सीईओ विल्सन

March 20, 2023 4:35 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

विफल हो चुके Signature Bank को खरीदेगा न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैंक

March 20, 2023 3:46 PM IST
अन्य समाचार

वर्तमान में केंद्र सरकार के ऋण, देनदारियों की कुल राशि 155.8 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान : सरकार

March 20, 2023 3:42 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

Credit Suisse crisis: क्रेडिट सुइस को खरीदेगी UBS, ऐलान करते ही दोनों का गिर गया शेयर

March 20, 2023 3:39 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

UBS 3.25 अरब डॉलर में खरीदेगा संकटग्रस्त बैंक Credit Suisse को

March 20, 2023 12:08 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

‘भारत 2047 तक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल कर सकता है’

March 20, 2023 10:48 AM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • IPL 2023 | CSK
  • IPO | SEBI
  • Rupee vs Dollar
  • Gujarat Earthquake
  • Corona New Cases
  • World Sleep Day

सबकी नजर


अधिग्रहण के बाद क्रेडिट सुइस के भारतीय कर्मचारियों को राहत

March 20, 2023 11:47 PM IST

जलवायु परिवर्तन से प्रभावित होने वालों में भारत अग्रणी देश

March 20, 2023 11:44 PM IST

तेल की नई खोज के लिए न दें धनः गुटेरेस

March 20, 2023 11:36 PM IST

मुंबई, पुणे में कर संग्रह में आई कमी

March 20, 2023 11:34 PM IST

बढ़ सकते हैं कोयले के दाम, वरना आ सकती है ढेर सारी समस्या: Coal India chief

March 20, 2023 11:30 PM IST

Latest News


  • अधिग्रहण के बाद क्रेडिट सुइस के भारतीय कर्मचारियों को राहत
    by समी मोडक
    March 20, 2023
  • जलवायु परिवर्तन से प्रभावित होने वालों में भारत अग्रणी देश
    by नितिन कुमार
    March 20, 2023
  • तेल की नई खोज के लिए न दें धनः गुटेरेस
    by शुभायन चक्रवर्ती
    March 20, 2023
  • मुंबई, पुणे में कर संग्रह में आई कमी
    by श्रीमी चौधरी
    March 20, 2023
  • बढ़ सकते हैं कोयले के दाम, वरना आ सकती है ढेर सारी समस्या: Coal India chief
    by ईशिता आयान दत्त
    March 20, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57628.95 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57629
-3610.62%
निफ्टी57629
-3610%
सीएनएक्स 50014317
-1040.72%
रुपया-डॉलर82.68
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Aarti Drugs368.0016.11
Netwrk.18 Media59.2512.79
MMTC31.095.00
Brightcom Group18.475.00
Route Mobile1346.104.96
Rallis India203.204.66
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Aarti Drugs368.2516.13
Netwrk.18 Media59.2012.65
Sudarshan Chem.392.805.20
Brightcom Group18.505.11
MMTC31.004.91
Route Mobile1346.854.82
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayIPL 2023 | CSKIPO | SEBIRupee vs DollarGujarat EarthquakeCorona New CasesWorld Sleep Day
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us